ठंडी हवा और तापमान में बदलाव दांतों में संवेदनशीलता बढ़ाता है, जिससे किटकिटाहट होती है।

दांतों की एनेमल (म्यान) की टूट-फूट ठंडे तापमान के संपर्क में आकर किटकिटाने का कारण बनती है।

दांतों की संवेदनशीलता अधिक ठंडी चीजें खाने या पीने पर दांतों में किटकिटाहट महसूस होती है।

मसूड़ों की सिकुड़न सर्दी में मसूड़े कमजोर हो सकते हैं, जिससे दांतों की जड़ें बाहर निकल आती हैं और किटकिटाहट होती है।

सांस का गर्म होना सर्दी में गर्म सांस निकलने से दांतों पर दबाव पड़ता है, जो किटकिटाहट का कारण बनता है।

ठंडे पानी या खाद्य पदार्थों का सेवन दांतों में संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जिससे किटकिटाना महसूस होता है।

मौसमी बदलाव शरीर के तापमान में अचानक बदलाव से दांतों में असहजता और किटकिटाहट हो सकती है।