चाय बनाने के बाद फेंक देते हैं बची हुई चायपत्ती? करें रीयूज!
खाद के रूप में मिट्टी में डालें जान- चायपत्ती में टेनिक एसिड पाया जाता है। इसके साथ इसमें ऐसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए एक नेचुरल फर्टिलाइजर का काम करते हैं।
पौधों पर लगने वाले इंफेक्शन से बचाव- बची हुई चायपत्ती को बाल्टी भर पानी में मिलाएं और इसका छिड़काव अपने किचन गार्डन और पौधों पर करें। इससे पौधों पर लगने वाले फंगल इंफेक्शन से बचाव होता है।
बदबू हटाएं- बची हुई चायपत्ती को कॉटन कपड़े में लपेट कर फ्रिज में रख दें। लहसुन प्याज जैसी महक भी इस चायपत्ती की पोटली से दूर भाग जाएगी।
स्किन के लिए टॉनिक- बची हुई चायपत्ती का एक्सफोलिएटिंग स्क्रब बना सकते हैं। इसे अपने फेस वॉश के साथ ही मिलाकर स्किन पर लगाएं। ये सनबर्न से राहत पहुंचाता है और जलने पर लगाने से भी राहत दिलाता है।