प्याज-लहसुन वेज हैं या नॉनवेज ? क्या कहते हैं प्रेमानंद महाराज

प्याज और लहसुन को सात्विक खाने में निषेध बताया जाता है।

कई लोगों के मन में ये सवाल होता है कि प्याज-लहसुन वेज हैं या नॉनवेज, इनको खाना चाहिए या नहीं ?

संत प्रेमानंद महाराज ने इस सवाल का सटीक जवाब दिया है।

प्रेमानंद महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि प्याज-लहसुन कोई बुरी चीज नहीं है। जैसे आलू पैदा होता है, वैसे प्याज-लहसुन पैदा होता है।

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि प्याज-लहसुन हमारे शरीर में तमोगुण (नेगेटिव सोच) पैदा करते हैं। इससे गुस्सा और चिंता बढ़ती है।

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि प्याज-लहसुन मांस की तरह निषेध नहीं है। आलू, मूली-गाजर की तरह प्याज-लहसुन जमीन से प्रकट होता है।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि प्याज-लहसुन सिर्फ तमोगुण (नेगेटिव सोच) पैदा करते हैं। इनको खाने से पाप लगेगा, ऐसा नहीं है।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि भजन करने वालों को तमोगुण से सतोगुण तक पहुंचना है। इसलिए प्याज-लहसुन को सात्विक भोजन में निषेध किया गया है।