पुरानी लक्ष्मी-गणेश मूर्ति का क्या करें ?

हर साल दिवाली पर लोग लक्ष्मी-गणेश की नई मूर्तियां लाते हैं। लेकिन पुराने विग्रहों का क्या करना चाहिए? जानिए धार्मिक नियम।

अगर पुरानी मूर्तियां मिट्टी की हैं, तो उन्हें लाल कपड़े में लपेटकर किसी पवित्र नदी या तालाब में विसर्जित करना सबसे श्रेष्ठ माना जाता है।

यदि पास में जल स्रोत नहीं है, तो आप मूर्तियों को किसी धार्मिक स्थल या मंदिर में श्रद्धा के साथ रख सकते हैं।

आप घर में शुद्ध जल वाले बर्तन में विसर्जन कर सकते हैं। पूजा के बाद मूर्तियों को धीरे-धीरे पानी में डुबो दें और जल को तुलसी या पेड़ में अर्पित करें।

मिट्टी की मूर्तियों को आप अपने बगीचे या गमले की मिट्टी में भी श्रद्धापूर्वक दबा सकते हैं। यह भी एक शुद्ध और पर्यावरण अनुकूल तरीका है।

यदि मूर्तियां सोने, चांदी, पीतल या अष्टधातु की हैं, तो उन्हें गंगाजल से शुद्ध कर फिर से दिवाली पूजा में इस्तेमाल किया जा सकता है।

लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को कूड़ेदान या गंदी जगह पर ना फेंकें। विसर्जन से पहले श्रद्धापूर्वक प्रार्थना करें कि वे नई मूर्तियों में स्थान ग्रहण करें।