केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी संसद सत्र में हाइड्रोजन से चलने वाली टोयोटा मिराई कार से पहुंचे, जिसने सबका ध्यान खींचा।
ब्लू कलर की टोयोटा मिराई हाइड्रोजन कार न पेट्रोल मांगती है, न चार्जिंग, और पूरी तरह इको-फ्रेंडली है।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी के बीच अहम समझौता हुआ है।
यह साझेदारी भारत के नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।
टोयोटा मिराई को भारतीय परिस्थितियों में रियल-टाइम टेस्टिंग के लिए NISE को सौंपा गया है।
फ्यूल एफिशियंसी, रेंज, रिफ्यूलिंग, सड़क और मौसम के अनुसार परफॉर्मेंस का अध्ययन किया जाएगा।
मिराई हाइड्रोजन कार करीब 650 किमी चलती है और 5 मिनट से कम समय में रिफ्यूल हो जाती है।
हाइड्रोजन-ऑक्सीजन प्रक्रिया से बिजली बनती है, जिसमें सिर्फ पानी की भाप निकलती है, प्रदूषण नहीं।