महिलाओं के लिए पीरियड्स का समय काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इस दौरान उन्हें पेट दर्द, ऐंठन, पीठ दर्द, बुखार और कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कुछ महिलाओं या लड़कियों को पीरियड्स के दौरान इतना तेज दर्द होता है कि उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ता है।
वहीं, कई महिलाएं दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपायों जैसे गर्म पानी की बोतल और हर्बल टी का इस्तेमाल करती हैं।
इसके अलावा, कुछ महिलाएं दर्द निवारक दवाओं (पेन किलर्स) का भी सहारा लेती हैं। लेकिन क्या पीरियड्स के दर्द से राहत पाने के लिए दवाएं लेना सही है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, पीरियड्स के दौरान बार-बार या कम समय के अंतराल पर पेनकिलर लेना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पीरियड्स के क्रैम्प्स से राहत पाने के लिए पेनकिलर लिया जा सकता है, लेकिन हल्के दर्द के लिए नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAID) का ही उपयोग करना चाहिए।
ये दवाएं प्रोस्टाग्लैंडीन के स्तर को बढ़ने से रोकती हैं, जिससे गर्भाशय में संकुचन कम होता है और दर्द में आराम मिलता है।
डॉक्टर आमतौर पर 12 घंटे में केवल एक ही पेनकिलर लेने की सलाह देते हैं। हालांकि, इन दवाओं का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
ध्यान रखें कि यह जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। किसी भी उपाय या दवा को अपनाने से पहले डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।