नॉन-स्टिक बर्तन हैं साइलेंट किलर ! जानें कैसे डाल रहे हेल्थ पर प्रभाव

कम तेल में कुकिंग के नाम पर लोग नॉन-स्टिक का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, जो सेहत पर भारी पड़ सकता है।

केमिकल से बनता है नॉन-स्टिक पैन

नॉन-स्टिक पैन में टेफ्लॉन कोटिंग होती है, जिसे PFOA जैसे खतरनाक केमिकल से तैयार किया जाता है।

हवा में घुलता है टॉक्सिक केमिकल

जब नॉन-स्टिक बर्तन ज्यादा गर्म होते हैं, तो ये केमिकल हवा में घुलकर शरीर में जहर की तरह असर करते हैं।

फेफड़ों पर असर

इससे निकलने वाला धुआं लंग इंफ्लेमेशन, टेफ्लॉन फ्लू और अस्थमा मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है।

थायरॉइड पर प्रभाव

PFOA थायरॉइड हार्मोन को बिगाड़ सकता है, जिससे थकान, चिड़चिड़ापन और हार्मोनल इम्बैलेंस होता है।

किडनी और लिवर को नुकसान

लंबे समय तक इस्तेमाल से फैटी लिवर, किडनी डैमेज और यहां तक कि कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

हार्मोन और महिलाओं की सेहत

PFAS के कारण पीरियड्स अनियमित, PCOS और फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

प्रेग्नेंसी में खतरा

ये केमिकल कॉर्ड ब्लड और ब्रेस्ट मिल्क में पहुंच सकता है, जिससे बच्चे की ग्रोथ प्रभावित होती है।