मुंह में जमा बैक्टीरिया बदबू का सबसे बड़ा कारण होते हैं। जीभ साफ न करने से यह समस्या और बढ़ जाती है।
मुंह की दुर्गंध सिर्फ मुंह की समस्या नहीं होती। यह पेट और पाचन से जुड़ी परेशानी की वजह से भी हो सकती है।
आयुर्वेद में मौखिक स्वास्थ्य के लिए चार विधियों के बारे में बताया गया है जिनमें ब्रशिंग, ऑयल पुलिंग, जीभ की सफाई और गरारे हैं.
आयुर्वेद में नीम की टहनी से दांत साफ करने की सलाह दी जाती है। नीम के जीवाणुरोधी गुण दांतों और पेट को साफ रखने में मदद करते हैं।
1 चम्मच नारियल तेल से कुल्ला करें और थूक दें। रोजाना ऐसा करने से मुंह की बदबू कम होती है।
1–2 लौंग मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसें। इससे मुंह की बदबू तुरंत दूर होती है।
मुंह सूखने से भी बदबू आ सकती है। इसलिए दिन भर पर्याप्त पानी पीते रहें।
दिन में दो बार धीरे-धीरे ब्रश करें। तेजी से ब्रश करने से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं।