मध्यप्रदेश के 6 प्रसिद्ध शिव मंदिर, महाशिवरात्रि पर जरूर जाएं।
उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक पूजनीय तीर्थ स्थल है, जो अपनी अनूठी और पवित्र भस्म आरती के लिए जाना जाता है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और दुनिया भर से अनगिनत भक्तों को आकर्षित करता है।
मंधाता के शांत द्वीप पर स्थित, ओंकारेश्वर मंदिर एक और प्रमुख ज्योतिर्लिंग है। नर्मदा नदी पर इसकी सुरम्य स्थिति इसके आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाती है, जो इसे तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए एक शांत आश्रय बनाती है।
भोपाल के पास भोजपुर शिव मंदिर में भारत के सबसे बड़े शिवलिंगों में से एक है। हालांकि अधूरा, यह मंदिर, जिसे ग्यारहवीं शताब्दी में राजा भोज ने बनवाया था, ऐतिहासिक और धार्मिक वास्तुकला का एक उल्लेखनीय नमूना है।
खजुराहो का हिस्सा, कंदरिया महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित सबसे जटिल मंदिर है। इसकी विस्तृत नक्काशी और आश्चर्यजनक मूर्तियां आगंतुकों और भक्तों दोनों को आकर्षित करती हैं।
खजुराहो के मंदिरों में से मतंगेश्वर मंदिर अपनी सक्रिय पूजा के लिए जाना जाता है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर ऐतिहासिक परिसर के बीच भक्ति का एक जीवंत स्थान बना हुआ है।
मंदसौर का पशुपतिनाथ मंदिर अपने आठ मुख वाले शिवलिंग के लिए लोकप्रिय है। लिंग पर आठ मुख पंक्तियों में उकेरे गए हैं और शिव को भव, पशुपति, महादेव, ईशान, रुद्र, शर्व, उग्र और अशनी के रूप में दर्शाया गया है।