WhatsApp पर यूजर्स थर्ड-पार्टी AI चैटबॉट्स यूज नहीं कर पाएंगे.
मेटा के इस फैसले के बाद यूजर्स के पास सिर्फ मेटा एआई को यूज करने का ऑप्शन बचेगा.
यानी 15 जनवरी के बाद व्हाट्सऐप पर ChatGPT और परप्लेक्सिटी AI जैसे चैटबॉट ऑपरेट नहीं कर पाएंगे
मेटा ने साफ किया है कि इस फैसले से ट्रैवल कंपनियों और ई-कॉम ब्रांड्स समेत उन बिजनेसेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा
मेटा का कहना है कि इस यह ट्रेंड उसके इंफ्रास्ट्रक्चर और सपोर्ट सिस्टम पर दबाव डाल रहा है.
स्पैम को रोकने के लिए व्हाट्सऐप एक नया कदम उठाने जा रही है
इसके तहत ऐसे लोगों को भेजे जाने वाले मैसेज पर मंथली लिमिट लग सकती है