हाल ही में उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में अपने स्टारडम के बाद के समय की बात की।
दरअसल, मनीषा कोइराला से पूछा गया कि उनके करियर में एक बड़े बदलाव के दौरान उनकी पर्सनैलिटी कैसे डेलवप हुई और क्या उस समय उन्हें एक अलग इंसान की तरह महसूस हुआ।
इसके जवाब में मनीषा ने कहा, हां मुझे लगता है कि मैं बदल गई थी। मुझे लगा कि मैं थोड़ी घमंडी हो गई थी। उस समय मुझे ऐसा लगता था कि मैं यूनिवर्स का सेंटर पॉइंट हूं।
मनीषा ने आगे कहा- जब सफलता जल्दी मिलती है बिना ज्यादा मेहनत के तो बदलाव तय है।
आप इममैच्योर होते हैं, आप यंग होते हैं, इसलिए आपको ज्यादा कुछ समझ नहीं आता, न तो दुनिया के बारे में और न ही अपने बारे में।
मुझे लगता है कि यह आपको थोड़ा घमंडी बनाता है। आपको लगता है कि आप ही पूरी दुनिया में सबसे अहम हैं।
मैंने कुछ गलतियां कीं जिनका मुझे आज पछतावा है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैंने कोई बड़ी गलती की है।
मेरा मतलब है अगर मैंने जिंदगी में कोई गलती की है तो मैंने उन्हें अपने लिए किया है।
मैं एक सेंसिटिव इंसान हूं और साथ ही मेरी जिंदगी में एक बड़े फैक्टर मेरी मां और पिता रहे हैं जो चाहे मैं कितनी भी ऊंचाई पर क्यों न पहुंचूं मुझे वापस धरती पर लाएंगे और कहेंगे, जमीन से जुड़े रहो।