भारत के पूर्व उप-प्रधानमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी आज अपना 98वां जन्मदिन मना रहे हैं।
आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को ब्रिटिश भारत के कराची में हुआ था। विभाजन के बाद वे परिवार के साथ भारत में आ गए।
बताया जाता है कि आडवाणी स्कूल में हमेशा टॉप करते थे और गणित और अंग्रेजी में तेज थे।
14 साल की उम्र में सन 1942 में आडवाणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े। वहीं से उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ।
बीजेपी बनने से पहले, वे भारतीय जनसंघ के सक्रिय आयोजक थे और पार्टी की संगठनात्मक रचना के सूत्रधारों में गिने जाते हैं।
1980 में जब जनसंघ से बीजेपी बनी, तो आडवाणी ने ही भारतीय जनता पार्टी नाम रखने का प्रस्ताव दिया।
आडवाणी पिछले कई दशकों से रोज़ाना डायरी लिखते हैं, जिसमें वे राजनीतिक घटनाओं, विचारों और निजी अनुभवों को लिखते थे।
2015 में आडवाणी भारत रत्न के लिए प्रस्तावित नामों में रहे। उन्हें भारत रत्न नहीं मिला, पर कई सांसदों ने उन्हें संघर्षशील लोकतंत्रवादी नेता के रूप में उस सम्मान के लिए अनुशंसित किया था।
लालकृष्ण आडवाणी कहते हैं कि राजनीति में व्यक्ति को निष्ठा और दृष्टि दोनों चाहिए एक से काम चलता नहीं।