12वीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम में क्या करियर चुनें?

बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com): यह तीन साल का कोर्स होता है। इसमें स्टूडेंट्स को finance accounting taxation and trade के बारे में पढ़ाया जाता है। B.Com के बाद, स्टूडेंट आगे CA, CS, या MBA जैसे प्रोफेशनल कोर्स कर सकते हैं।

चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA): यह कोर्स सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण माना जाता है। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा प्रमाणित इस कोर्स में आपको Auditing, Tax Planning, and Financial Management के बारे में पढ़ाया जाता है।

बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA): इस कोर्स में आपको Student Marketing, Human Resources, and International Business के बारे में पढ़ाया जाता है।

कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटिंग (CMA): इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा प्रदान किया गया यह कोर्स Cost Accounting, Financial Analysis, and Cost Control पर केंद्रित है।

बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडी: एडवांस्ड मैनेजमेंट स्किल्स पर ध्यान केंद्रित करता है, छात्रों को HR Executive and Business Development Manager जैसी भूमिकाओं के लिए तैयार करता है।

बी. कॉम एलएलबी: पांच साल का इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स जिसके लिए 12वीं में न्यूनतम 45% अंकों होना जरूरी है। इसमें एडमिशन CLAT, MH CET लॉ और LSAT-इंडिया के आधार पर होता है।