इस समय किए गए मंत्र जाप और ध्यान का फल कई गुना बढ़ जाता है।
ग्रहण काल में गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष शुभ माना जाता है।
खाने-पीने की चीज़ों में तुलसी पत्ती या कुश डालकर रखने से नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
ग्रहण के बाद जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करने से शुभ फल मिलता है।
ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना और घर में गंगाजल का छिड़काव करना शुभ माना जाता है।
इस समय भगवान के नाम का स्मरण और भजन-कीर्तन करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
ग्रहण काल में कोई नया काम, यात्रा या शुभ कार्य शुरू न करें।