इन वेजिटेबल्स से अभी बना लें दूरी, मोटापे का हो जाएंगे शिकार!

अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो इन 10 वेजिटेबल्स को अपनी डाइट में शामिल न करें।

आलू में स्टार्च (कार्बोहाइड्रेट) की मात्रा अधिक होती है, जो वजन बढ़ा सकता है। आप आलू को उबालकर या भाप में पकाकर सीमित मात्रा में खा सकते हैं।

आलू

शकरकंद में फाइबर और पोषक तत्व होते हैं, लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा भी अधिक होती है। अधिक मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है।

शकरकंद (स्वीट पोटैटो)

अरबी में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जो वजन बढ़ा सकती है। अगर इसे तलकर या घी-तेल में पकाया जाए, तो यह और भी ज्यादा कैलोरी बढ़ा देता है।

अरबी (टैरो रूट)

कंदमूल में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक होती है। इसे अधिक मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है।

कंदमूल (जिमीकंद, यम)

प्याज में कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा अधिक होती है। अगर प्याज को तलकर या भूनकर खाया जाए, तो यह कैलोरी बढ़ा देता है। प्याज को कच्चा या हल्का पकाकर खाएं।

प्याज

कुछ बीन्स और दालें जैसे राजमा, छोले, और उड़द की दाल में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक होती है। अगर इन्हें घी-तेल में पकाया जाए, तो यह वजन बढ़ा सकता है।

बीन्स और दालें (कुछ प्रकार)

कटहल में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक होती है। अगर इसे तलकर या मीठे व्यंजन के रूप में खाया जाए, तो यह वजन बढ़ा सकता है।

कटहल

चुकंदर में शुगर की मात्रा अधिक होती है, जो वजन बढ़ा सकती है। अगर इसे जूस के रूप में लिया जाए, तो यह कैलोरी बढ़ा देता है। चुकंदर को सीमित मात्रा में और सलाद के रूप में खा सकते हैं।

चुकंदर

मटर में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक होती है। अगर इसे घी-तेल में पकाया जाए, तो यह वजन बढ़ा सकता है।

मटर

इन वेजिटेबल्स को पूरी तरह से नजरअंदाज करने की जरूरत नहीं है, लेकिन इन्हें सीमित मात्रा में और सही तरीके से पकाकर खाना चाहिए।