उत्तर प्रदेश के अमरोहा में 16 साल की 11वीं की स्टूडेंट अहाना की मौत हो गई।
अहाना दिल्ली एम्स में भर्ती थी। उसकी मौत की वजह फास्ट फूड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड।
परिजन ने बताया कि उनकी बेटी को चाऊमीन, मैगी, पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड खाने की आदत थी।
एम्स के डॉक्टर्स ने बताया कि अहाना की आंतें आपस में चिपक गई थीं। उनमें छेद हो गए थे।
अहाना के पाचन तंत्र ने काम करना बंद कर दिया था। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स को लेकर ये गंभीर चेतावनी है।
अहाना का केस दुर्लभ जरूर है, लेकिन फास्ट फूड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाने वालों को सावधान हो जाना चाहिए।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड सस्ते कच्चे माल जैसे मक्का, गेहूं, सोया और पाम ऑयल से बनता है। नूडल्स, कोल्ड ड्रिंक्स इसी कैटेगरी में आते हैं।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड हमारे गट माइक्रोबायोम यानी आंतों में मौजूद बैक्टीरिया के बैलेंस को बिगाड़ता है। शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है।