चेन्नई। तमिलनाडु में पूर्वोत्तर मानसून के कारण एक अक्टूबर से अब तक सामान्य से 50 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है और 90 प्रमुख जलाशयों में से 53 जलाशयों में पानी 76 प्रतिशत भंडारण स्तर तक पहुंच गया है। इस अवधि में तमिलनाडु और पुडुचेरी में 38 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य स्तर 25 सेंटीमीटर से 51 प्रतिशत अधिक है। मौसम विज्ञान विभाग के उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने यहां संवाददाताओं को बताया कि चेन्नई जिले में इस अवधि में 61 सेंटीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो वर्षा के सामान्य स्तर 41 सेंटीमीटर से 50 प्रतिशत अधिक हैं।
उन्होंने बताया कि चेन्नई के लिए 10 और 11 नवंबर को ‘रेड अलर्ट’ घोषित किया गया है, जो भारी से अत्यधिक भारी बारिश के अनुमान का संकेत देता है। मौसम विभाग के बुलेटिन में बताया गया है कि उत्तरी चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपेट, कांचीपुरम, रानीपेट, विल्लुपुरम और कुड्डालोर जिलों में 10 नवंबर के लिए ‘रेड अलर्ट’ की घोषणा की गई है। इसके अलावा 11 नंवबर के लिए चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट, वेल्लोर, तिरुपत्तूर, तिरुवन्नामलाई, कल्लाकुरिची और सलेम में ‘रेड अलर्ट’ की घोषणा की गई है।
विभाग ने बताया कि दबाव का क्षेत्र बनने के कारण उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट पर 11 नवंबर की शाम को बारिश होने का अनुमान है। इसके बाद 12 नवंबर को नीलगिरि की पहाड़ियों, कोयंबटूर, सेलम, तिरुपत्तूर और वेल्लोर में बारिश होने का अनुमान है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, तमिलनाडु सरकार ने बताया कि राज्य में एक अक्टूबर से 10 नवंबर तक मानसून के दौरान सामान्य (25.52 सेंटीमीटर) से 52 प्रतिशत अधिक यानी 38.81 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि तमिलनाडु के 90 प्रमुख जलाशयों में से 53 में पानी 76 प्रतिशत भंडारण स्तर से ऊपर चला गया है।