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Krishna Janmashtami 2024: श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन को कृष्ण भक्त बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। रात को 12 बजे, जब श्री कृष्ण का जन्म हुआ था, उस समय लोग भजन-कीर्तन करते हैं और माखन-मिश्री का भोग लगाते हैं। मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से सजाया जाता है, और भगवान श्री कृष्ण की मूर्तियों को पालने में झूलाया जाता है।
व्रत रखने वाले भक्त दिनभर उपवास करते हैं और रात में भगवान के जन्म का उत्सव मनाते हैं। इस मौके पर कुछ वस्त्रों को पहनना शुभ माना जाता है। आज हम आपको कुछ रंग बताएंगे। जिन्हें जन्माष्टमी पर पहनना आपके लिए शुभ होगा।
पीला (Yellow)
भगवान कृष्ण का प्रिय रंग है। यह रंग ज्ञान, समृद्धि, और उन्नति का प्रतीक है। पीले कपड़े पहनने से भगवान कृष्ण का आशीर्वाद मिलता है। जन्माष्टमी पर पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
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पीला रंग भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय रंग है, और इसे सुख, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। जन्माष्टमी के दिन भक्तगण भगवान श्रीकृष्ण की आराधना में पीले वस्त्र पहनते हैं।
नीला (Blue)
यह रंग भगवान कृष्ण की लीला और उनके चरित्र का प्रतीक है। नीला रंग शांति, विश्वास, और ईश्वर के प्रति समर्पण को दर्शाता है। जनमाष्टमी पर नीला रंग के कपड़े पहनने का विशेष महत्व है।
नीला रंग भगवान कृष्ण का प्रिय रंग है, जो कि उनके बाल्यकाल की पहचान है।
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कृष्ण जी का वर्ण नीला होने के कारण, इस रंग को उनके साथ जोड़कर देखा जाता है। जनमाष्टमी के दिन नीला रंग पहनने से भक्त भगवान कृष्ण के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करते हैं। यह रंग भगवान कृष्ण की दिव्यता, शांति को भी दर्शाता है।
इस दिन नीला रंग पहनकर भक्त अपने दिल में कृष्ण जी के प्रति भक्ति और प्रेम की भावना को और भी मजबूत करते हैं।
लाल (Red)
जनमाष्टमी, भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है, और इस पर्व पर विशेष रूप से लाल रंग के कपड़े पहनने का महत्व है। लाल रंग को भारतीय संस्कृति में शुभ और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
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यह रंग उत्साह, खुशी और समृद्धि लाता है, जो भगवान कृष्ण की जीवन ऊर्जा और आनंद के साथ जुड़ा हुआ है। इस दिन लाल कपड़े पहनना न केवल धार्मिक समर्पण को दर्शाता है, बल्कि यह आस्था और भक्ति का प्रतीक भी है।
सफेद (White)
जनमाष्टमी पर पर सफेद (White) कपड़ों का महत्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। सफेद रंग शुद्धता, निर्दोषता और शांति का प्रतीक माना जाता है।
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यह रंग जन्माष्टमी जैसे पवित्र अवसर पर विशेष रूप से प्रासंगिक होता है, क्योंकि यह भगवान श्री कृष्ण की जन्म तिथि का उत्सव है। इस दिन लोग सफेद कपड़े पहनकर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा में भाग लेते हैं।
हरा (Green)
यह रंग समृद्धि, ताजगी, और नई शुरुआत का प्रतीक है। हरे कपड़े पहनने से जीवन में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है । जनमाष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर, हरे रंग के कपड़े पहनने का एक विशेष महत्व है।
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हरा रंग जीवन, उर्वरता और समृद्धि का प्रतीक होता है। यह रंग प्रकृति के तत्वों को दर्शाता है, जो कृष्ण की चरित्र और उनके जीवन के मूल तत्वों से मेल खाते हैं।
हरा रंग पवित्रता, ताजगी और युवा जीवन की भावना को प्रकट करता है।
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