Nitin Gadkari Interview: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनका मंत्रालय सड़कों के निर्माण में शहरी कचरे के इस्तेमाल को लेकर एक नीति तैयार कर रहा है। गडकरी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल नहीं करने के लिए निर्माण उपकरण विनिर्माताओं को प्रोत्साहन देने पर भी विचार कर रही है।
कार्बन-मुक्त करने के लिए कई कदम उठाए
उन्होंने कहा, ‘‘हम सड़क निर्माण में शहरी क्षेत्रों से इकट्ठा होने वाले कचरे का इस्तेमाल करने की नीति को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।’’ गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने परिवहन क्षेत्र को कार्बन-मुक्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं और दिल्ली एवं जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक राजमार्ग के विकास की पहल इसी की एक कड़ी है।
राजमार्ग के ऊपर इलेक्ट्रिक लगा होगा ट्रैक्शन
इलेक्ट्रिक राजमार्ग बिजली से चलने वाली रेलगाड़ियों की ही तरह की एक व्यवस्था है जिसमें वाहनों के लिए निर्दिष्ट राजमार्ग के ऊपर इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन लगा होगा। यह स्वीडन एवं नॉर्वे जैसे देशों में अपनाई जा रही प्रौद्योगिकी पर आधारित है। फिलहाल सड़क परिवहन मंत्रालय परिवहन क्षेत्र को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए प्रौद्योगिकियों का विश्लेषण कर रहा है।
“कूड़े पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए”
उन्होंने कहा कि इस तरह ग्रीन एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में कचरे का इस्तेमाल करने के बाद हमें कूड़े से निजात मिलेगी। आने वाले समय में हम गाजीपुर के कूड़े के पहाड़ का सारा कचरा इस्तेमाल करेंगे। इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। कचरे को हटाना हमारा कर्तव्य है।
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