MP Teacher Bharti Protest: उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2018 के चयनित शिक्षक पिछले 6 सालों से अपनी नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
5 सितंबर, शिक्षक दिवस को ये वेटिंग शिक्षक लोक शिक्षण संचालनालय यानी डीपीआई पहुंचे और प्रदर्शन किया। वेटिंग शिक्षकों ने नारेबाजी कर जल्द नियुक्ति की मांग की।
छोटे बच्चों को लेकर पहुंची महिला उम्मीदवार
प्रदर्शन के दौरान कई महिला उम्मीदवार अपने छोटे छोटे बच्चों को गोद में लेकर पहुंची। पूछने पर उन्होंने बताया कि बच्चों को लाना मजबूरी है।
बच्चे इतने छोटे हैं कि उन्हें घर पर अकेले छोड़ा नहीं जा सकता। वैसे भी ये उनके भविष्य के लिए ही किया जा रहा है।
द्वितीय काउंसलिंग के बाद भी हजारों पद खाली
मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के प्रदेश संयोजक श्यामलाल रविदास ने बताया कि उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती पिछले 6 वर्षों से नाम मात्र के पदों पर चल रही है।
जिसमें प्रथम एवं द्वितीय काउंसलिंग होने के बाद भी सभी विषयों में आज भी हजारों पद खाली हैं।
हाईकोर्ट के आदेश का भी पालन नहीं
मप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के वीरेंद्र पाटीदार ने बताया कि शिक्षक भर्ती 2018 को लेहर हाईकोर्ट की अलग अलग बेंच में केस लगे हैं। कई केस में फैसला भी उम्मीदवारों के पक्ष में आया।
उच्च न्यायालय जबलपुर कई बार शिक्षा विभाग को यह निर्देश दे चुका है कि शेष रिक्त पदों पर पात्र अभ्यर्थियों को नियमानुसार शीघ्र नियुक्तियां दे। बावजूद विभाग ने तृतीय काउंसलिंग शुरू नहीं की।
ओवरएज हो रही उम्मीदवार
मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के लिलेंद्र मेहरा ने बताया कि विभाग द्वारा करीब 12000 पदों को रोका गया है। जिन्हें तीसरी काउंसलिंग कर भरा जा सकता था।
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2018 के भर्ती के कई उम्मीदवार ओवरऐज की दहलीज पर है। ऐसे में उनके सामने भविष्य अब अंधकारमय दिखाई दे रहा है। सरकार को हमारी सुध लेनी चाहिए।
शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ की ये है मांग
1.माध्यमिक शिक्षक भर्ती के उपेक्षित विषयों जैसे हिंदी, उर्दू, विज्ञान, संस्कृत के रिक्त पदों में वृद्धि की जाए।
2.उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के कृषि, समाजशास्त्र, बायोलॉजी, कॉमर्स, रसायन शास्त्र के पदों में वृद्धि।
3.माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत सभी वर्गों के कुल शेष रहें 2,237 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
4.उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत सभी वर्गों के कुल शेष 5,935 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
5.नामों की पुनरावृति पर पूर्णतः रोक लगाते हुये शेष पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाए।
6.स्थाई शिक्षक भर्ती 2023 से पहले 2018 की स्थाई शिक्षक भर्ती को पूर्ण किया जाए।
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कोर्ट में विभाग कह चुका भर्ती हुई पूरी
शिक्षक भर्ती 2018 को लेकर हाईकोर्ट में केस भी लगा है। जिस पर फैसला आना बाकी है। वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2018 के मामले में स्कूल शिक्षा विभाग एमपी हाईकोर्ट में ये कह चुका है कि विभाग की ओर से 2018 की भर्ती पूरी हो चुकी है।
इसका मतलब ये साफ है कि विभाग अब अपनी ओर से तो 2018 के मामले में भर्ती नहीं करने वाला। हालांकि मामले की सुनवाई डबल बेंच में चल रही है। अंतिम निर्णय हाईकोर्ट को ही लेना है।
मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
डीपीआई के सामने प्रदर्शन कर रहे उम्मीदवारों ने कहा कि वे ओवरऐज हो रहे हैं। ऐसे में उनके लिए ये स्थिति करो या मरो जैसी है। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी, उनका चरणबद्ध आंदोलन (MP Teacher Bharti Protest) जारी रहेगा।