भोपाल: लोकसभा चुनाव के दौरान कालेधन के लेनदेन के मामले में चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रदेश के चार अफसरों पर दर्ज होने वाली FIR पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन किया जाएगा और मेरी तो मांग है कि चार अफसरों के साथ पूर्व सीएम कमलनाथ पर भी FIR होनी चाहिए।
सारंग का आरोप है कि कमलनाथ सरकार ने महिला एवं बाल विकास में पोषण आहार का घोटाला किया है। जिसकी रकम कांग्रेस के बड़े नेताओं को दिल्ली भेजी गई। विश्वास सारंग ने आगे कहा कि 13 महीने की कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़े। वे यहीं नहीं रुके और बोले की जिस सरकार को सुशासन देने का काम करना था, उसने चपरासी से लेकर मंत्रालय स्तर तक भ्रष्टाचार किया।
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले भोपाल में आयकर विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए छापामार कार्रवाई की थी। आयकर छापों के मामले में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की रिपोर्ट पर बड़ी कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने मप्र सरकार को निर्देश दिया है कि वह शक के घेरे में आए अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज करें।
उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के कई करीबियों समेत कांग्रेस के कई तत्कालीन मंत्रियों, मप्र के आईएएस और आईपीएस अफसरों के नाम सीबीटी की रिपोर्ट में दिए गए थे। सूत्रों के मुताबिक पहले सीनियर आईपीएस अफसर सुशोभन बैनर्जी, संजय माने, बी. मधुकुमार व राज्य सेवा के अरुण मिश्रा के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज होगी।