Veer Savarkar: कुछ दिन पहले ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र पहुंची है। जिसे वहां के विपक्षी पार्टियों ने खूब समर्थन दिया। वहीं उसके बाद अब महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर से गर्मा गई है। बीते दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी स्वतंत्रता सेनानी वीर सवारकर को लेकर ऐसी बात कह दी है जिसे भाजपा के साथ-साथ शिवसेना के संजय राउत को भी रास नहीं आया है। राहुल गांधी के बयान पर संजय राउत का कहना है कि महाराष्ट्र में आकर वीर सावरकर को बदनाम करना अस्वीकार्य है।
गठबंधन में आ सकती है दरार
गुरुवार को वीर सावरकर के खिलाफ राहुल की टिप्पणी का जवाब देते हुए शिवसेना संजय राउत ने कहा कि यह दावा करते हुए कि भगवा विचारक ने देश के खिलाफ काम करने के बदले में ब्रिटिश शासकों से पेंशन ली थी और राज से माफी मांगी थी, इस बयान से एमवीए में दरार आ सकती है, जिसमें उद्धव-शिवसेना के अलावा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं।
शुक्रवार को राहुल पर पलटवार करते हुए राउत ने कहा, ‘देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है और महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इन सभी मुद्दों को उजागर करने के लिए है। यात्रा को अधिकतम समर्थन मिला है। महाराष्ट्र से। इसलिए, वीर सावरकर के विषय को उठाने की कोई आवश्यकता नहीं थी। यहां तक कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता भी इसकी सराहना नहीं करते।
सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की
बता दें कि बीते गुरुवार को अपनी चल रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से इतर महाराष्ट्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों को यह कहते हुए लिखा, ‘सर, मैं आपके सबसे आज्ञाकारी सेवक बने रहने की विनती करता हूं’, और उस पर हस्ताक्षर किए। सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की। उन्होंने इस पत्र पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे नेताओं को धोखा दिया।
भाजपा ने भी जताई नाराजगी
बता दें कि गांधी के बयान पर भाजपा ने भी नाराजगी जताई थी, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि यह बयान सुभाष चंद्र बोस जैसे राष्ट्रीय प्रतीकों के कांग्रेस के अभ्यस्त अपमान के अनुरूप था। वहीं राहुल के बयान को ‘निंदनीय’ करार देते हुए भाजपा नेता ने मांग की कि वह बिना शर्त माफी मांगें।
बता दें कि मुबई के ठाणे नगर पुलिस स्टेशन में कांग्रेस सांसद के खिलाफ आईपीसी की धारा 500 और 501 के तहत गैर-संज्ञेय अपराध का मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में कहा गया है कि गांधी की टिप्पणी से स्थानीय नागरिकों की भावनाएं आहत हुई हैं।