Vasu Paranjape Passed Away: नहीं रहे मुंबई क्रिकेट के द्रोणाचार्य माने जाने वाले कोच, मुंबई में ली आखिरी सांस

मुंबई। मुंबई क्रिकेट के द्रोणाचार्य माने जाने वाले अनुभवी कोच वासु परांजपे Vasoo Paranjape Passed Away का 82 वर्ष की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी ललिता , दो बेटियां और बेटा जतिन है जो भारत का पूर्व क्रिकेटर और राष्ट्रीय चयनकर्ता रह चुका है।
मुंबई क्रिकेट संघ के सचिव संजय नाईक और संयुक्त सचिव शाहआलम शेख ने एक बयान में कहा ,‘‘ मुंबई क्रिकेट संघ श्री वासु परांजपे के दुखद निधन पर शोक व्यक्त करता है जिन्होंने Vasoo Paranjape Passed Away 30 अगस्त 2021 को आखिरी सांस ली। एमसीए की शीर्ष परिषद के सदस्यों, सदस्य क्लबों और क्रिकेट जगत की ओर से हम उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हैं।’’
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने भी परांजपे Vasoo Paranjape Passed Away के निधन पर शोक जताया। भारतीय क्रिकेट खासकर मुंबई क्रिकेट के साथ छह दशक तक परांजपे विभिन्न भूमिकाओं में Vasoo Paranjape Passed Away जुड़े रहे। वह कोच, चयनकर्ता, मेंटर और सलाहकार रहे। मुंबई क्रिकेट की नब्ज को उनके जैसा कोई नहीं पढ पाता था।
सुनील गावस्कर को ‘सनी’ उपनाम उन्होंने ही दिया था। उन्होंने 29 प्रथम श्रेणी मैचों में 785 रन बनाये लेकिन इन आंकड़ों से उनकी महानता बयां नहीं होती। खेल का उनका ज्ञान और खिलाड़ियों की मानसिकता पर काम करने की खूबी उन्हें खास बनाती थी। वह हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी और गुजराती धाराप्रवाह बोलते थे । वह दादर Vasoo Paranjape Passed Away यूनियन टीम के कप्तान रहे जहां से सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर जैसे धुरंधर निकले।
1987 विश्व कप से पहले मुंबई में भारतीय टीम की तैयारी के लिये लगाये गए शिविर की देखरेख की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई थी। उनके बेटे जतिन ने हाल Vasoo Paranjape Passed Away ही में पत्रकार आनंद वासु के साथ किताब ‘क्रिकेट द्रोण’ लिखी जिसमें भारत के कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने अपने कैरियर में वासु सर की भूमिका का जिक्र किया।