नई दिल्ली। दवाइयों का उपयोग रोगों को भगाने के लिए किया Vastu Tips – proper place to store medicines जाता है। क्या आप जानते हैं घर में गलत जगह पर रखीं यही दवाएं आपकी बीमारी का भी कारण बन सकती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार हम आपको बता रहे हैं कि दवाओं को रखने की सही जगह क्या है। दवाइयों का बॉक्स भी वास्तु दोष पैदा करती हैं।
यहां रखने से होगा स्वास्थ्य लाभ
— अगर आप स्वास्थ्य और आरोग्यता पाना चाहते हैं तो घर के उत्तर, उत्तर-पूर्व क्षेत्र में दवाइयों को रखें। इस क्षेत्र में रखने से आपको लाभ होगा। रोगों से छुटकारा मिलेगा।
— पूर्व दिशा को आरोग्य के देवता सूर्य की दिशा माना जाता है। इस दिशा में दवाई रखने से शीघ्र लाभ मिलता है।
— उत्तर दिशा में दवाइयों को रखना चाहिए। उत्तर-पूर्व में दवाई रखना अच्छा माना गया है। ध्यान रखने की बात यह है कि पूजा स्थान या देवी-देवताओं के समीप दवाईयों को बिल्कुल भी न रखें। अन्यथा ऐसा करना आपके लिए दवाई हमेशा में उपयोग करने वाली वस्तु बन जाएगी।
— दक्षिण-पश्चिम दिशा ऐसी दिशा है जिसमें घर के सबसे बड़े यानी गृह स्वामी की ही दवा रखी जा सकती है। अन्य सदस्यों की दवाइयां इस दिशा में नकारात्मक परिणाम दे सकती है।
— पश्चिम दिशा में रखी गई दवाई शरीर में सकारात्मक असर देती है।
— बीमारी ठीक होने पर बची हुई दवाइयां डिब्बे में बंदकरके उत्तर-पश्चिम दिशा की में रखनी चाहिए। ऐसा करना आपकी बीमारी हमेशा के लिए खत्म कर सकता है।
इन दिशाओं में रखने से बचें।
— किचिन में दवाएं न रखें। ऐसा करना आपके घर के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां ला सकता है।
— दक्षिण-पूर्व दिशा में रखी दवाइयां, इनके असर को कम करती हैं। शुगर बीपी जैसे रेगूलर लिए जाने वाली बीमारियां ठीक करने के लिए काफी समय लगता है।
— घर की दक्षिण दिशा में दवाइयां रखने से घर के सदस्य छोटी-छोटी बीमारियों में भी दवाइयां लेने लगते हैं।
— दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र को अपव्यय एवं विसर्जन का कारक मानते हैं। इस दिशा में रखी दवाइयां अपना असर दिखाना बंद कर देती हैं। अत: यहां दवाइयां रखने से बचें।
— उत्तर-पश्चिम को सहयोग की दिशा माना जाता है। इसमें दवाइयां रखने से दवाई लेने वाले को लगातार दवाई लेने की आदत पड़ जाती है।
— अगर आप नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं तो बेड के सिरहाने और साइड टेबल पर न रखें। अगर आप चाहते हैं कि दवाई अपना असर दिखाए तो उपयोग में लाने के बाद बंद अलमारी या दराज में रखें।