Dustbin Vastu Tips: कई बार हमारे लाख मेहनत करने के बाद भी हमें सफलता नहीं मिलती। ज्योतिष (Jyotish) के अनुसार इसके पीछे कई वास्तु दोष (Vastu Dosh) भी कारण बनते हैं।
वास्तु के घर में हर चीज को रखने का एक निश्चित स्थान होता है। ऐसा न करने पर हमें कई तरह विपरीत परिणाम झेलने पड़ जाते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि घर में कचरा रखने की सही दिशा क्या (Gher me Dustbin Rakhne ki Sahi Disha Kya Hai) हैं।
यदि आप वास्तु के अनुसार सही दिशा में कचड़ा नहीं रखते हैं तो इससे कौन से विपरीत परिणाम झेलने पड़ते हैं।
वास्तु के अनुसार कूड़ादान रखने की सही दिशा (Dustbin Rakhne ki Sahi Disha)
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि कूड़ेदान को हमेशा घर के दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। वास्तु (Vastu Tips) के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा विसर्जन के लिए है।
ऐसे में इस दिशा में डस्टबिन (Dustbin ka Sahi Direction) रखना अच्छा रहता है। इसके साथ ही डस्टबिन को उत्तर-पश्चिम दिशा में भी रखा जा सकता है।
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार कूड़ेदान कभी भी घर से बाहर नहीं होना चाहिए। बल्कि इसे हमेशा घर के अंदर ही रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार कूड़ेदान को उत्तर-पश्चिम दिशा में रखने से कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
क्या है वास्तु (What is Vastu Shastra)
हिन्दू ज्योतिष (Hindu Astrology) में कई तरह के विज्ञान हैं। इन्हीं में से एक हैं वास्तु शास्त्र। वास्तुशास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है। जिसमें घर में राखी चीजों के सही स्थान के निर्धारण के लिए दिशा निर्देश देता है। जिसके माध्यम ये आपके घर के सकारात्मक और समृद्ध वातावरण बनाने के लिए ऊर्जा के संतुलन को बताता है।
यह भी पढ़ें: Vastu Tips For Hair Wash : क्या होगा अगर बुधवार के दिन बाल धोया तो, जानें किस दिन बाल धोने से क्या होता है
दक्षिण में ही क्यों रखना चाहिए कचड़ा (Vastu Tips for Dustbin)
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार दक्षिण दिशा यम की दिशा होती है। दक्षिण दिशा को मृत्यु और परिवर्तन के देवता यम से जोड़ कर देखा होता जाता है। इस दिशा में क्षय या बर्बादी दर्शाने वाली कोई भी चीजें रखना है।
उत्तर-पूर्व दिशा में क्यों नहीं रखना चाहिए कूड़ा-कचरा
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में उत्तर-पूर्व दिशा बेहद शुभ मानी जाती है। इसका संबंध जल तत्व से होता है। यही कारण है इसे ज्ञान और समृद्धि की दिशा भी कहा जाता है।
यदि आप इस दिशा में कूड़ा-कचरा रखते हैं तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक जाता है। इसी के साथ आपको आर्थिक समस्याएं, झेलनी पड़ सकती है। ऐसे में परिवार के सदस्यों को मानसिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानी झेलनी पड़ सकती हैं।
आध्यात्म की दिशा (Gher me Mandir Rakhne ki Sahi Disha)
ज्योतिष में उत्तर पूर्व को आध्यात्म की दिशा माना जाता है। इस स्थान पर मंदिर बनाने की सलाह दी जाती है। इसलिए इसे साफ-सुथरा रखना चाहिए। इस दिशा की पवित्रता बनाए रखना चाहिए। इसे साफ-सुथरा और कूड़े-कचरे से मुक्त रखना चाहिए।
यह भी पढ़ें: Toilet Vastu Tips: वास्तु के अनुसार टॉयलेट सीट पर बैठने के बाद किस दिशा में होना चाहिए आपका फेस