नई दिल्ली। Vastu For Tulsi: हिन्दू धर्म में तुलसी पूजा का बड़ा महत्व है। इनके बिना पूजा में भोग अधूरा माना जाता है। साथ ही पूजा की शुरूआत भी तुलसी को जल चढ़ाकर की जाती है। ऐसे में आपको बता दें दो दिन ऐसे हैं, जब भूलकर भी तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ कर चली जाती हैं।
Gupt Navratri 2023: जून में गुप्त नवरात्रि कब से कब तक हैं?
इन दो दिनों में भूलकर तुलसी को न भी चढ़ाएं जल
ज्योतिष और धर्म शास्त्र के अनुसार रविवार और एकादशी दो दिन ऐसे हैं जब, तुलसी माता को छूना और स्पर्श करना वर्जित माना जाता है। इस दिन तुलसीजी के लिए व्रत रखा जाता है। ऐसा मानते हैं कि इन दो दिनों में माता तुलसी विश्राम करती है और निंद्रा लेती हैं। इसलिए ये दो दिन ऐसे हैं जब तुलसी में जल अर्पित (Vastu For Tulsi) नहीं करना चाहिए। वरना मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
तुलसी का पौधा —Tulsi plant
आपको बता दें हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा अपना एक अलग स्थान रखता है। घर में तुलसी लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। ऐसा पौधा है तो दिन और रात दोनों समय ऑक्सीजन छोड़ता है। इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से वातावरण शुद्ध होता है। इसे घर के लिए लकी माना जाता है। साथ ही तुलसी का पौधा घर में लगाने से धन आगमन बढ़ता है। इस पौध की सबसे अच्छी बात ये है कि इसे घर के अंदर या बाहर कहीं भी लगाया जा सकता है। हालांकि अगर इसे मुख्य द्वार पर लगाया जाए तो सुख-समृद्धि का वास होता है।
Devi lok Mahotsav: 52 शक्तिपीठों से आई माटी से सलकनपुर में देवी लोक का शिलान्यास, चार दिन शेष
इस दिशा में लगाएं तुलसी का पौधा tulsi ke plant ke liye kon si disha hoti hai shubh
अगर आप भी अपने घर में तुलसी का पौधा रखना चाहते हैं या रखें हैं तो आपको बता दें इसके लिए घर की पूर्व की दिशा बेहद शुभ मानी जाती है। इतना ही नहीं इसके लिए पूर्व की जगह उत्तर या फिर उत्तर-पूर्व दिशा में लगा सकते हैं। इस दिशा में तुलसी का पौधा (Vastu For Tulsi) लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। इस दिशा में तुलसी का पौधा रखने से मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की कृपा हमेशा आपके ऊपर बनी रहती है।
नोट: इस लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।