Vande Bharat Express: रेल से यात्रा करने वालो के लिए बड़ी खबर है। भारतीय रेलवे ने ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ में स्लीपर कोच जोड़ने का फैसला ले लिया है। आपको बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया स्लीपर कोच में काफी बदलाव देखने को मिलने वाले हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी है कि लोगों को कब तक वंदे भारत स्लीपर में सफर करने का मौका मिलना शुरू हो जाएगा। आइए हम आपको इसकी पूरी जानकारी देते हैं।
रेल मंत्री ने दिखाई पहले मॉडल की झलक
आपको जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार 1 सितंबर को वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले मॉडल की झलक मीडिया के साथ समस्त देश वासियों को दिखाई है। रेल मंत्री बेंगलुरु में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) की फैक्ट्री में ट्रेन का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
Hon’ble MR Shri @AshwiniVaishnaw and Hon’ble MoSR Shri @VSomanna_bjp, inspected the production of Vande Bharat Sleeper Version train set at BEML Bengaluru.#VandeBharatSleeper pic.twitter.com/4qPYy7leAN
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 1, 2024
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इतने महीने में हो जाएंगे शुरू (Vande Bharat Express)
रेल मंत्री ने बताया है कि आने वाले 3 महीने में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू हो जाएगी। कोच की मैन्युफैक्चरिंग का काम पूरा हो चुका है। कुछ दिनों में यह BEML फैक्ट्री से बाहर आ जाएगी। अगले 2 महीने ट्रेन की टेस्टिंग चलेगी। इसके बाद यात्रियों के लिए ट्रेन की लॉन्चिंग कर दी जाएगी।
इतनी दूरी के लिए चलेगी ट्रेन (Vande Bharat Express)
रेल मंत्री ने बताया है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को 800 से 1200KM दूरी की यात्रा के लिए ही तैयार किया गया है। इसमें यात्री करीब रात 10 बजे चढ़ेंगे और सुबह अपनी-अपनी डेस्टिनेशन पर पहुंच जाएंगे।
यह ट्रेन मिडिल क्लास के लिए बनाई गई है। इसका किराया राजधानी के जितना ही होगा। जिससे इस ट्रेन में एक सामान्य व्यक्ति भी आराम से सफर कर पाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं बात
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वंदे भारत में स्लीपर कोच शामिल करने का जिक्र शनिवार को किया था। पीएम मोदी ने मेरठ को लखनऊ, मदुरै को बेंगलुरु और चेन्नई को नागरकोइल से जोड़ने वाली तीन नई वंदे भारत ट्रेन को शनिवार को हरी झंडी दिखाई थी। मोदी ने हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम को ‘वीडियो कॉन्फ्रेंस’ के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए दक्षिणी राज्यों का तेजी से विकास महत्वपूर्ण है।
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