नई दिल्ली। Vakri Budh 2022 बुद्धी के कारक ग्रह बुध आज यानि 31 दिसंबर से उल्टी चाल शुरू करने वाले हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार बुध का ये गोचर प्रकृति पर सीधा असर डालता है। तो वहीं विभिन्न राशि के जातकों की बता करें तो कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस दौरान सतर्क रहने की जरूरत है। तो चलिए पंडित राम गोविंद शास्त्री से जानते हैं कि वक्री बुध से किसे सतर्क रहने की जरूरत है।
इतने बुध रहेंगे वक्री —
ज्योतिष आचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार बुध 31 दिसंबर को उल्टी चाल चल कर धनु राशि में ही वक्री होने जा रहे हैं। जिसके बाद ये 18 जनवरी तक इसी स्थिति में रहेंगे। इसके बाद बुध धनु राशि में ही सीधी चाल चल कर मार्गी हो जाएंगे। जो 7 फरवरी तक इसी स्थिति में रहेंगे।
वक्री बुध प्रकृति में लाएंगे परिवर्तन —
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो बुध की ये चाल प्रकृति में बदलाव लाएगी ही साथ ही साथ उनका ये गोचर पानी के योग भी बनाएगा। सूर्य, बुध के अलग होने के साथ ये असर बंद हो जाएगा। आपको बता दें इस दौरान कुछ लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। तो वहीं जिन लोगों की कुंडली में बुध उच्च के या स्व राशि में हैं उनके लिए बुध का ये गोचर लाभ दिलाएगा।
वक्री होेने पर चाल हो जाती है उल्टी —
ज्योतिषाचार्य पंडित अनुसार 31 दिसंबर से वक्री हो जाएंगे। वक्री होने पर कोई भी ग्रह अपनी ही राशि में उल्टी चाल चलने लगता है। साथ ही ग्रह उत्पाद मचाने लगता है। इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इसके अलावा देश के साथ—साथ मौसम पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
आपके किस भाव में हैं बुध —
पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध आठवें, चौथे और बारहवें भाव में होता है। साथ ही साथ जिन्हें नीच के बुध हैं उन्हें विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा धनु राशि में गोचर करने पर यह इस राशि के लिए शुभ रहेगा। बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के और मीन राशि में नीच के माने जाते हैं।
यह रहे बुध के लक्षण —
बुध ग्रह के कमजोर होने पर जातक को उस क्षेत्र से जुड़ी परेशानियां घेरने लगती हैं। बेवजह नुकसान और समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। व्यक्ति की आदतें भी ग्रहों के असर से प्रभावित होती हैं। उसके मुताबिक वह ग्रह कमजोर या मजबूत होता है। साथ ही उसका असर उसके जीवन पर भी साफ नजर आता है।
कमजोर बुध के संकेत —
बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, वाणी, सौंदर्य, धन का कारक ग्रह है। लिहाजा आपकी जिंदगी में अचानक पैसों की तंगी हो
जाए और आप कर्ज के बोझ से दबने लगें तो मान लीजिए कि आपका बुध ग्रह कमजोर हो रहा है।
अचानक मान हानि होने के साथ—साथ लोग आपका सम्मान बंद कर दें, बुध की कमजोरी के संकेत है।
आत्मविश्वास कम होना, खुद की बुद्धिमत्ता और निर्णयों पर संदेह करना।
महिला रिश्तेदारों जैसे बहन, बुआ, मौसी आदि से रिश्ते खराब होना।
दुर्बल होते जाना, जातक का तेज खत्म होना, चेहरा उतरा हुआ दिखने लगना।
बोलने और सुनने से जुड़े अंगों में समस्या।
दुर्बल बुध व्यापार में भी नुकसान कराता है।
ऐसे कर सकते हैं बुध को मजबूत —
बुध को मजबूत करने के लिए हरे रंग की चीजों का उपयोग करें। साथ ही उनका दान भी करें। जैसे- हरी मूंग, पालक, हरे रंग के शरबत का दान करें। सुहागिन महिलाओं को हरी चूड़ियां भेंट करें। खीरा, हरी सब्जियां, फल खाएं। हरे रंग के कपड़े पहनें।
हर 24 दिन में राशि परिवर्तन करते हैं बुध
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री (9893153724)के अनुसार बुध ग्रह 24 दिन में अपनी राशि परिवर्तित करते हैं। बुध ग्रह 31 दिसंबर को धनु राशि में वक्री होने जा रहे हैं। आपको बता दें किसी भी ग्रह परिवर्तन की तिथि स्थान के अनुसार आगे-पीछे हो जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के माने जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मिथुन के साथ-साथ कन्या राशि बुध के स्वामित्व वाली राशि है। जिन भी जातकों की कुंडली में बुध उच्च ग्रह में बैठे हैं उन्हें इस दौरान विशेष लाभ मिलेगा।