Uzbekistan Cough Syrup Death: इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप से 18 बच्चों की मौत के बाद भारत सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है जिसमें अब स्वास्थ्य मंत्रालय के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने शुक्रवार ( 30 दिसंबर) को ट्विटर के जरिए मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खांसी की दवाई डॉक-1 मैक्स (Dok1 Max) में अशुद्धि की रिपोर्ट के मद्देनजर मैरियन बायोटेक की सभी दवाओं के उत्पादन पर रोक लगा दी है।
मैरियन बायोटेक सवालों के घेरे में
आपको बताते चलें कि, उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) में 18 बच्चों की मौत के बाद से भारत की कफ सिरप पर सवाल उठ रहे थे जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खांसी की दवाई डॉक-1 मैक्स (Dok1 Max) बनाने वाली नोएडा की कंपनी मैरियन बायोटेक के ऑफिस पर कार्रवाई और जांच पड़ताल की थी। मांडविया ने बताया कि नोएडा स्थित कंपनी के परिसर से खांसी की दवा के नमूने लिए गए हैं और चंडीगढ़ स्थित रीजनल ड्रग टेस्टिंग लेबोरेटरी (आरडीटीएल) को जांच के लिए भेजे गए हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खांसी की दवाई डॉक -1 मैक्स (Dok1 Max) में अशुद्धि की रिपोर्ट के मद्देनजर फैसला लिया है।
जानें क्या था मामला
आपको बताते चलें कि, उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि मरने वाले 18 बच्चों ने डॉक-1 मैक्स सिरप का सेवन किया था. इसका निर्माण नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक ने किया था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया की जांच में पाया गया कि मृत बच्चों ने अस्पताल में भर्ती होने से पहले इस दवा को 2-7 दिनों के लिए दिन में 3-4 बार लिया था. जिसकी वजह से उनकी मौत हुई थी।