बदायूं। Uttarpradesh Crime News उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के बिसौली कोतवाली क्षेत्र के बसई गांव से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला ने बुधवार को जन्मे नौ पिल्लों को कथित तौर पर एक तालाब में फेंक दिया। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तालाब से पांच पिल्लों के शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि पिल्लों की मौत डूबने के कारण फेफड़ों में पानी भर जाने से हुई।
जाने क्या है पूरी घटना
पुलिस के मुताबिक, बसई गांव में रहने वाले सूर्यकांत के घर में एक कुतिया ने बुधवार को नौ पिल्लों को जन्म दिया था। अधिकारियों ने बताया कि सूर्यकांत की पत्नी अनीता ने बृहस्पतिवार सुबह इन नौ पिल्लों को कथित तौर पर गांव के एक तालाब में फेंक दिया। पुलिस के अनुसार, पशु प्रेमी विभोर शर्मा की तहरीर पर महिला और उसके पति के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-429 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से पांच पिल्लों के शव तालाब से बाहर निकाले और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चार पिल्लों के शव नहीं मिले। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार त्यागी के नेतृत्व में एक पैनल द्वारा पिल्लों का पोस्टमार्टम किया गया। डॉ. त्यागी ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पोस्टमार्टम के लिए जिन पांच पिल्लों के शव भेजे गए थे, उनमें से एक नर का और चार मादा के थे। उन्होंने बताया कि सभी की मौत फेफड़ों में पानी भरने और दम घुटने के कारण हुई।
पिल्ले कुछ घंटे पहले हुए थे पैदा
डॉ. त्यागी के मुताबिक, चूंकि पिल्ले कुछ ही घंटे पहले पैदा हुए थे, इस कारण पानी में पड़े रहने से उनकी त्वचा काफी फूल गई थी। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जिसमें पिल्लों की डूबने के कारण फेफड़ों में पानी भरने से मौत होने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपी महिला व उसके परिजन गांव से फरार हो गए हैं। पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही है। वहीं, पशु अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ के जिला अध्यक्ष विकेंद्र शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बिसौली कोतवाली क्षेत्र के बसई गांव में जिस महिला के घर में कुतिया ने नौ पिल्लों को जन्म दिया था, उसी ने उन्हें बड़ी निर्ममता से तालाब में फेंक दिया।
पिल्लों की मां का हुआ बुरा हाल
शर्मा ने कहा कि उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर पिल्लों को पानी में तलाशने की कोशिश की, लेकिन केवल पांच पिल्लों के शव मिल सके। उन्होंने बताया, “पिल्लों की मां बार-बार उनकी टीम के सदस्यों के हाथ चाट रही थी और उनके पैरों में लोट रही थी। ऐसा लग रहा था कि मानो वह कह रही हो कि जल्दी से उसके बच्चों को ढूंढकर ला दो।” शर्मा ने कहा, “पशु-पक्षी भी इंसानों की तरह ही भावना रखते हैं, उन्हें भी दर्द होता है, उन्हें भी चोट लगती है, उन्हें भी दुख होता है, वे भी अपने बच्चों से अत्यधिक प्रेम करते हैं। इसलिए उनके साथ बहुत संवेदनशील व्यवहार करना चाहिए। समाज को उनके साथ इस तरह की क्रूरता नहीं दिखानी चाहिए।”