देहरादून, तीन जनवरी (भाषा) उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने रविवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खुली बहस की चुनौती को स्वीकार करते हुए आम आदमी पार्टी (आप)के दिल्ली विकास मॉडल को सिरे से नकारा।
पिछले एक महीने से दिल्ली की आप और उत्तराखंड की भाजपा के बीच छिड़ी जुबानी जंग को आगे बढाते हुए कौशिक ने सिसोदिया को जवाबी पत्र लिखकर कड़ा पलटवार किया और कहा कि अन्ना हजारे द्वारा खड़े किए गए भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से निकली आप उन मूल्यों से बहुत दूर आ गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘खुद अन्ना हजारे आपकी पार्टी और सरकार की गतिविधियों को खारिज कर चुके हैं। और इतना ही नहीं उस समय के सभी प्रमुख नेताओं को बाहर निकाल कर आप यह साबित कर चुके हैं कि आपकी पार्टी एक व्यक्ति पर आधारित है जिसका कोई राजनीतिक दर्शन नहीं है। आप उस ईमानदारी और मूल्यबोध से बहुत दूर हो चुके हैं जो अन्ना आंदोलन के दौरान बढ़-चढ़कर प्रचारित की गई थी।’’
कौशिक ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर भी चोट करते हुए कहा कि वहां के सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार घट रही है। उन्होंने कहा, ‘‘आपके पास जो भी आंकड़े हों, उन आंकड़ों की तुलना उत्तराखंड से कर लीजिएगा तो आपको सही उत्तर मिल जाएगा कि आपका शिक्षा का मॉडल कितना झूठा है।’’उन्होंने कहा कि दिल्ली में आप ने 400 पुस्तकालय खोलने की घोषणा की थी, लेकिन अभी 25 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है।
कोविड-19 को लेकर कौशिक ने कहा कि अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहल न की होती तो दिल्ली की स्थिति बहुत बदतर होती। उन्होंने कहा, आपने जिन मोहल्ला क्लीनिकों का जमकर प्रचार किया, उन पर अब ताले लग चुके हैं और फिर भी आप बढ़-चढ़कर दावे कर रहे हैं।
जल आपूर्ति का जिक्र करते हुए कौशिक ने आरोप लगाया कि दिल्ली की ज्यादातर कॉलोनियों में एक-दो घंटे पानी देकर आप नि:शुल्क पानी देने का नगाड़ा बजा रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में बेरोजगारी की स्थिति को भी बेहद चिंताजनक बताया।
कौशिक ने कहा कि आप सरकार के सात साल में दिल्ली की जनता देख चुकी है कि आप ‘सेलर ऑफ होप’ है और वह उम्मीदों और सपनों को बेचने वाले व्यापारी की तरह व्यवहार करते है। उन्होंने कहा कि जहां तक उत्तराखंड की बात है तो यहां हर साल करोड़ों पर्यटक आते हैं और उत्तराखंड को आप जैसे ‘टूरिस्ट पॉलीटिशियन’ का स्वागत करने में भी कोई हिचक नहीं है।
खुली बहस की चुनौती के बारे में मंत्री ने कहा कि राजनीति एक गंभीर विषय है और यह किसी थिएटर का शो नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक डिबेट का प्रश्न है, उत्तराखंड भाजपा का कोई नेता अथवा मंत्री ही नहीं, पार्टी का छोटे से छोटा कार्यकर्ता भी आपके साथ मजबूती के साथ मुद्दा आधारित राजनीतिक बहस कर सकता है।’’
मंत्री ने आप के पूरे नेतृत्व को एक पलायनवादी मानसिकता का शिकार बताते हुए कहा कि आप दिल्ली छोड़कर उत्तर प्रदेश चले जाते हैं और कभी आपके नेता पंजाब में मुख्यमंत्री बनने पहुंच जाते हैं और अब उन्हें उत्तराखंड आने का शौक लगा है।
गौरतलब है कि सिसोदिया ने हाल में कौशिक को पत्र लिखकर कहा था कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में कोई उपयोगी काम नहीं किया है और लोग उनका परिचय ‘जीरो वर्क सीएम’ के रूप में देते हैं। सिसोदिया ने उन्हें चार जनवरी को देहरादून में त्रिवेंद्र रावत मॉडल बनाम केजरीवाल मॉडल पर चर्चा करने का न्यौता भी दिया था।
भाषा दीप्ति अर्पणा
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