UTI Prevention Tips: यूटीआई इंफेक्शन जो यूरिनरी ट्रैक्ट में होता है, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इसका का खतरा ज्यादा रहता है। इस इन्फेक्शन के होने के कई कारण हो सकते हैं। यूटीआई के इन खतरो में सेक्स भी शामिल है।
सेक्स के बाद UTI होने का कारण क्या?
सेक्स के दौरान, बैक्टीरिया वजाइना या पेनिस से यूरिनरी ट्रैक्ट में चले जाते हैं। ये बैक्टीरिया यूरिनरी ब्लैडर में पहुंचकर इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट छोटा और सीधा होने के कारण महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा होता है।
जी हां, सेक्स के दौरान यूटीआई का रिस्क भी ज्यादा रहता है। इसलिए कई लोग सलाह देते हैं कि सेक्स के बाद यूरिनेट करना (UTI risk reduction tips) बहुत जरूरी होता है। लेकिन आज हम जानेंगे कि क्या ये सच में एक कारगर उपाय है या नहीं।
यूरिन करने से कैसे होगा UTI से बचाव
सेक्स के बाद यूरिन करने से यूटीआई का रिस्क कम हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यूरिन करने से यूरिनरी ट्रैक्ट बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। यूटीआई से बचाव यह एक आसान और असरदार तरीका है। सेक्स के तुरंत बाद यूरिन करना सबसे अच्छा होता है। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट में मौजूद ज्यादातर बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं।
यूटीआई से बचाव के अन्य उपाय
सेक्स के बाद यूरिन करने के अलावा, आप कुछ अन्य उपाय भी कर सकते हैं-
-सेक्स से पहले ज्यादा पानी पिएं, जिससे ज्यादा मात्रा में यूरिन होगी और बैक्टीरिया को निकालने में ज्यादा मदद मिलेगी।
-यूटीआई से बचाव के लिए कॉटन की अंडरवियर का इस्तेमाल करें। दरअसल, सिंथेटिक कपड़ा पसीना नहीं सोकता जिससे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है।
-सेक्स के अपने जेनिटल्स की गर्म पानी से सफाई करें।
– यूटीआई से बचाव के लिए अपनी डाइट में शुगर का सेवन कम करें।
क्या होता है UTI इन्फेक्शन?
यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में इन्फेक्शन को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या यूटीआई (UTI) कहते हैं। यूरिन में सेचुरेशन पर बैक्टीरियल कॉन्टेमिनेशन होना सामान्य नहीं है। हालांकि, शरीर के बाहर से बैक्टीरिया के संपर्क में आने से यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है। बैक्टीरियल इन्फेक्शन यूरिनरी ट्रैक्ट के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है।
क्या हैं यूटीआई के लक्षण?
-यूरिन करने की लगातार इच्छा होती है।
-यूरिन करते समय यूरिनरी ट्रैक्ट में जलन होना।
-क्लॉउडी यूरिन आना।
-यूरिन में ब्लड आने का साइन- हल्का गुलाबी, लाल या कोला रंग।
-महिलाओं को पेल्विस में दर्द होना।
कब लें डॉक्टर की सलाह?
यदि आपको बार-बार यूरिन आने की समस्या है, पेशाब करते समय जलन होती है, यूरिन का रंग बदल गया है या यूरिन में खून आ रहा है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। यूटीआई के अन्य लक्षणों में बुखार, कमर दर्द और मतली शामिल हैं। प्रेग्नेंट महिलाओं में यूटीआई ज्यादा गंभीर हो सकता है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो इसे लेकर ज्यादा सावधानी रहें।