UPPSC Results 2022: उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (Uttar Pradesh Public Service Commission – UPPSC) ने सम्मिलित राज्य-प्रवर अधीनस्थ सेवा (PCS) का रिजल्ट जारी कर दिया है। आयोग ने केवल 10 महीने में परीक्षा की प्रक्रिया को पूरा कर एक नया कीर्तिमान भी बनाया है. लेकिन, इस बार जिस बात ने सबको चौंका दिया है, वह है रिजल्ट में सफल लड़कियों की संख्या.
यूपीपीएससी द्वारा जारी पीसीएस 2022 के परीक्षा परिणाम में लड़कियों का प्रदर्शन अप्रत्याशित और आश्चर्यजनक है. इस प्रतिष्ठित परीक्षा में कुल 364 अभ्यर्थी सफल हुए हैं, जिसमें 110 लड़कियों ने सफलता का परचम लहराया है, जो कि वाकई में चौंकाने वाला है.
टॉप 10 में हैं 8 लडकियां
यूपीपीएससी 2022 परीक्षा में जिसने टॉप किया है, वे हैं आगरा की दिव्या सिकरवार. टॉपर की सूची में दूसरे स्थान पर हैं, लखनऊ की प्रतीक्षा पांडे. लेकिन यह सूची यहीं खत्म नहीं होती है. यदि बात टॉप 10 की जाए तो, आपको बता दें कि इस सूची में 10 में से 8 लड़कियां ही हैं.
यह परीक्षा परिणाम साफ-साफ दर्शाता है कि लड़कियां अब लड़कों को न केवल कड़ी टक्कर दे रही हैं, बल्कि उनसे कहीं आगे निकल चुकी हैं. यूपीपीएससी 2022 परीक्षा परिणाम के टॉप 10 में केवल दो लड़कों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की है, एक पांचवें स्थान पर हैं, तो दूसरे दसवें पायदान पर.
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नए भारत का नया ट्रेंड
यह नए भारत का नया ट्रेंड है. इससे यह बात स्पष्ट हो जाता है कि यदि लड़कियों को प्रोत्साहन दिया जाए और उन पर भरोसा किया जाए, तो आगे भी परिणाम ऐसे ही आएंगे. और यह केवल परीक्षाओं के परिणाम तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र लडकियां बढ़-चढ़ के हिस्सा लेंगी और सफलता के नए कीर्तमान बनाएंगी. यह रूझान स्पष्ट रूप से यही दर्शाता है.
यूपीपीएससी 2022 परीक्षा के परिणाम के लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश की एक नई तवीर है. वाकई में बेटियों की यह रिकॉर्ड सफलता और लगभग हर जिले का प्रतिनिधित्व काफी उत्साहित करने वाला है.
नारी शक्ति की सफलता का उत्सव
अब लड़कियां और नारियां केवल चारदीवारी और रसोईघर तक ही सीमित नहीं रह गई हैं. यूपीपीएससी 2022 परीक्षा के परिणाम से यह सन्देश साफ है. अब दीवार और दहलीज की सीमारेखा धुंधली पड़ रही है.
बताया जा रहा है कि अनेक लड़कियां लगभग 10 सालों से इस परीक्षा की प्रेपेरेशन में लगी हुई थीं. निस्संदेश उनकी यह सक्सेस उनके दृढ़ निश्चय को दर्शाता है. यह वास्तव में नारी शक्ति की सफलता का उत्सव है.
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