हाइलाइट्स
- यूपी के 39 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी
- गरज के साथ बिजली गिरने और हल्की बारिश की संभावना
- अधिकतम तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है
UP Weather: उत्तर प्रदेश के 39 जिलों में बुधवार को गरज के साथ बिजली गिरने और हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के बाद अगले 5-6 दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
किन जिलों में बिजली गिरने का खतरा?
मौसम विभाग ने गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है जिसमें गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, अयोध्या, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, देवरिया, मऊ, बलिया, आजमगढ़, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, सोनभद्र, मिर्जापुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत जैसे जिले शामिल हैं।
तापमान में होगी वृद्धि
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम होने से बुधवार से ही तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा। अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, जिससे गर्मी का प्रकोप फिर से बढ़ेगा।
उत्तर भारत में मौसमी गतिविधियाँ
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 12 मई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी में छिटपुट से मध्यम बारिश हो सकती है। 7 मई को उत्तराखंड में ओलावृष्टि की भी संभावना है। इसके अलावा, पूर्वी व पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 7 से 10 मई के बीच आंधी और तेज हवाओं (80 किमी/घंटा तक) के साथ बारिश हो सकती है।
GCC Niti: योगी सरकार का ऐतिहासिक कदम, जीसीस नीति को मिली मंजूरी, यूपी बनेगा भारत का अगला वैश्विक सेवा केंद्र
योगी सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए “ग्लोबल केपेबिलिटी सेंटर्स (GCC) नीति” को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस नीति का मकसद यूपी को भारत का अगला वैश्विक सेवा केंद्र बनाना है और प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य तक पहुंचाना है। नई नीति के तहत यूपी में आईटी, बैंकिंग, हेल्थकेयर, इंजीनियरिंग और अगली पीढ़ी की तकनीकों में काम करने वाली वैश्विक कंपनियों को बड़े पैमाने पर निवेश के लिए आकर्षित किया जाएगा। इससे न केवल रोजगार के लाखों अवसर खुलेंगे, बल्कि प्रदेश के टियर-2 शहरों में भी आर्थिक गतिविधियों में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। पढ़ने के लिए क्लिक करें