रिपोर्ट- अभिषेक सिंह
हाइलाइट्स
- 127500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य।
- 9711.59 मीट्रिक टन की हो चुकी खरीद।
- बिना वेरिफिकेशन भी हो रही है खरीदारी।
Varanasi Gehu Kharidi: योगी सरकार किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसका असर वाराणसी संभाग में गेहूं खरीद के आंकड़ों में साफ दिख रहा है। वाराणसी, चंदौली, गाज़ीपुर और जौनपुर जिलों में इस वर्ष अब तक 3746.88 मीट्रिक टन अधिक गेहूं की खरीद हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में एक उल्लेखनीय वृद्धि है।
लक्ष्य से ज्यादा की हुई खरीद
सरकार की तरफ से इस वर्ष वाराणसी संभाग में 127500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभी तक चारों जिलों में 9711.59 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। किसानों को राहत पहुंचाने के लिए 332 गेहूं क्रय केंद्र बनाए गए हैं और इसमें 7 एजेंसियां कार्यरत हैं।
बिना वेरिफिकेशन भी हो रही है खरीदारी
योगी सरकार ने इस बार किसानों की सुविधा के लिए बड़े कदम उठाए हैं। अब डोर-टू-डोर मोबाइल वैन के माध्यम से सीधे किसानों के घर से ही गेहूं की खरीद की जा रही है। जिससे उन्हें न तो मंडी जाना पड़ता है और न ही परिवहन खर्च वहन करना पड़ता है। सरकार बिना वेरिफिकेशन के भी 100 क्विंटल तक गेहूं खरीद रही है, ताकि कोई भी किसान लाभ से वंचित न रह जाए।
2425 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य
इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। ये पिछले साल के 2275 रुपये से 150 रुपये अधिक है। इसके अलावा, सफाई और छनाई के लिए अतिरिक्त 20 रुपये प्रति क्विंटल भी किसानों के खाते में भेजे जा रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि खरीद के 48 घंटे के भीतर ही भुगतान किसानों के आधार से जुड़े खातों में भेजा जा रहा है।
किसानों के लिए कंट्रोल रूम नंबर जारी
किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सरकार ने कंट्रोल रूम नंबर 8858243198 भी जारी किया है, जिस पर किसान किसी भी प्रकार की समस्या की जानकारी दे सकते हैं।
बिचौलियों से मुक्ति और सीधा लाभ किसानों को
सरकार की इस पहल से किसानों को बिचौलियों के चंगुल से भी मुक्ति मिल रही है। उन्हें अपनी मेहनत का पूरा मूल्य सीधे मिल रहा है। क्षेत्रीय खाद्य विपणन अधिकारी प्रदीप कुमार कुशवाहा ने बताया कि औसतन प्रतिदिन 9000 क्विंटल गेहूं की खरीद हो रही है, जो कि लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में उत्साहजनक कदम है।
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