(रिपोर्ट- आलोक राय-लखनऊ)
Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रदेश के अधिकारियों की तैनाती का समय बढ़ा दिया है। अब यूपी के अफसरों की कुंभ ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। इस फैसले का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर ढंग से संचालित करना है।
27 फरवरी तक कुंभ क्षेत्र में ड्यूटी करनी होगी
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, लखनऊ और अन्य जिलों से तैनात किए गए अधिकारियों को अब 27 फरवरी तक कुंभ क्षेत्र में ड्यूटी करनी होगी। इस दौरान अफसरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और महाकुंभ का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।
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प्रशासनिक व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया गया
महाकुंभ के लिए पहले से ही सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया गया है। इसके तहत पुलिस, स्वास्थ्य, स्वच्छता और यातायात विभागों के अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। अफसरों की ड्यूटी बढ़ाने के पीछे मुख्य कारण श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और आयोजन की जटिलताओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को और मजबूत करना है।
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प्रदेश सरकार ने कहा है कि महाकुंभ के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। महाकुंभ के आयोजन को लेकर प्रशासन की ओर से लगातार समीक्षा की जा रही है। अधिकारियों की ड्यूटी बढ़ाने के इस फैसले से यह स्पष्ट है कि सरकार महाकुंभ को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।
महांकुभ में कब कब हुए हादसे
13 जनवरी शुरू हुए महाकुंभ में 3 से 4 बार आग लगने की घटना हो चुकी है। वहीं 29 जनवरी को वहां 3 जगहों पर भगदड़ मची संगम नोज, झूसी, और वहीं के फाफामऊ इलाके में। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस हादसे में 30 लोगों की मौत और 60 से अधिक लोग घायल हुए थे और इसी के कारण प्रशासन और सीएम योगी खुद अलर्ट मोड में हैं कि किसी प्रकार की महाकुंभ में अनहोनी ना हो।