हाइलाइट्स
- आगरा और झांसी में युद्ध जैसी आपात स्थिति की मॉक ड्रिल
- पुलिस, सिविल डिफेंस और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर किया अभ्यास
- मॉक ड्रिल से नागरिक सुरक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारी परखी गई
UP Mock Drill 2025: उत्तर प्रदेश में हाल ही में आयोजित आपातकालीन मॉक ड्रिलों ने नागरिक सुरक्षा की तैयारियों को परखा और विभिन्न आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता को सुनिश्चित किया। इन मॉक ड्रिलों में आगरा और झांसी जैसे प्रमुख जिलों में प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, सिविल डिफेंस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
आगरा में मॉक ड्रिल
आगरा के बल्केश्वर स्थित गणेश राम नगर कन्या इंटर कॉलेज में आयोजित मॉक ड्रिल में युद्ध जैसी परिस्थितियों में घायलों को प्राथमिक उपचार, अस्पतालों में भर्ती, आग बुझाने और अन्य आपातकालीन सेवाओं की तत्परता का अभ्यास किया गया। जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और सहायक पुलिस उपायुक्त आदित्य कुमार ने इस अभ्यास की निगरानी की और नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया देने के लिए जागरूक किया।
झांसी में मॉक ड्रिल
झांसी जिले में पुलिस लाइन के परेड मैदान में आयोजित मॉक ड्रिल में जिलाधिकारी मृदुल चौधरी और एसएसपी बी बी जी टी एस मूर्ति की उपस्थिति में पुलिस जवानों, पूर्व सैनिकों और एनसीसी के छात्रों ने भाग लिया। इस अभ्यास में आपातकालीन सायरन की उपयोगिता, आग बुझाने के उपाय और घायलों को प्राथमिक उपचार देने की प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया गया।
अंबेडकरनगर मॉक ड्रिल
अंबेडकरनगर के अकबरपुर में संभावित ब्लैकआउट पूर्वाभ्यास से पहले पुलिस ने मंगलवार को फ्लैग मार्च कर क्षेत्रीय जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाया। एएसपी विशाल पांडेय के नेतृत्व में निकले इस फ्लैग मार्च की शुरुआत पुरानी तहसील तिराहे से हुई, जो शहजादपुर चौक, जेटली इंटर कॉलेज होते हुए पुनः पुरानी तहसील पर जाकर समाप्त हुआ।
फ्लैग मार्च में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी शामिल रहे। इस दौरान लोगों को आपात स्थिति में पुलिस की तत्परता और सजगता का अहसास कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मार्च जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करने और किसी भी आपदा से निपटने की तैयारी के उद्देश्य से किया गया।
अमेठी में मॉक ड्रिल के जरिए सुरक्षा अभ्यास
अमेठी में आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक के निर्देशन में रेलवे स्टेशन, फैक्ट्रियों और गांवों में यह अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल में घायल नागरिकों को एंबुलेंस द्वारा अस्पताल पहुंचाने, अग्निशमन और राहत कार्यों की कार्यवाही का रियल टाइम प्रदर्शन किया गया। अधिकारियों ने जनता को हेल्पलाइन नंबरों और प्राथमिक उपचार की जानकारी देकर जागरूक भी किया।
बागपत में भी हुआ मॉक ड्रिल
बागपत में गृह मंत्रालय के निर्देश पर विकास भवन परिसर में युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और जागरूक करने का अभ्यास किया गया। इस दौरान सुरक्षा बलों की तैनाती और आपातकालीन कार्रवाई की तैयारियों का परीक्षण किया गया। अधिकारियों ने इसे एक सफल अभ्यास बताया।
इन मॉक ड्रिलों का उद्देश्य नागरिकों और सुरक्षा बलों को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करना था। अधिकारियों ने इन अभ्यासों को सफल बताते हुए भविष्य में भी ऐसी तैयारियों को जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद यूपी में हाई अलर्ट: भारत-नेपाल बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा, मॉकड्रिल और निगरानी तेज
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। विशेष रूप से नेपाल से सटी सीमाओं पर कड़ी निगरानी के आदेश दिए गए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें