लखनऊ। योगी सरकार ने एक बार फिर माफियाओं पर शिकंजा कसा है। सरकार ने सुबे में गैंगस्टरों और माफिया पर नकेल कसने के लिए अभियान चलाया हुआ है। सरकार ने राज्य के बड़े माफिया नेटवर्क को खत्म करने के लिए अभियान को तेज करने के आदेश दे दिए हैं। निशाने पर खास तौर से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, अनिल दुजाना और सुंदर भाटी हैं। सरकार के अभियान के तहत इन माफियाओं की संपत्ति को जब्त करने के साथ ही इनके गुर्गों पर शिकंजा करने की योजना है।
गैंग पर लगातार कार्रवाई
यूपी के माफिया और अपराधियों के पैरों के नीचे से 41 महीने के अंदर यूपी सरकार ने जमीन खिसका दी है। खासतौर से पूर्वांचल के बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद और पश्चिम यूपी के अनिल दुजाना और सुंदर भाटी गैंग पर लगातार कार्रवाई की जा रहीं हैं।
अवैध निर्माण को ढहा दिया
इन माफिया समेत यूपी के करीब 40 अपराधियों की 330 करोड़ की संपत्तियां गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क और जब्त की जा चुकी है। इसके अलावा करोड़ों की संपत्तियां कार्रवाई की जद में हैं। लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने गुरुवार को डालीबाग में मुख्तार अंसारी के कब्जे से कीमती जमीन खाली करवाई और उस पर हुए अवैध निर्माण को ढहा दिया।
गैंगस्टर एक्ट के 495 मुकदमों में जब्त हुईं संपत्तियां
प्रदेश में जब से योगी सरकार बनीं है तब से माफियाओं पर अब तक 10,484 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से धारा 14(1) के तहत 495 मुकदमों में करीब 330 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त और कुर्क की जा चुकी हैं। आगरा जोन में 48 करोड़, वाराणसी जोन में 47 करोड़, नोएडा कमिश्नरेट में 28 करोड़ और बरेली जोन में 25 करोड़ की संपत्तियां जब्त हो चुकी हैं। इसमें नोएडा कमिश्नरेट में सुंदर भाटी की करीब 10 करोड़ की, अनिल दुजाना की ढाई करोड़ की, आजमगढ़ में कुंटू सिंह की करीब 10 करोड़ की संपत्तियां शामिल हैं।