हाइलाइट्स
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यूपी में डिप्टी सीएम की सीएम से अनबन
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जेपी नड्डा से मिले डिप्टी सीएम केशव मौर्य
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आलाकमान ने डिप्टी सीएम को दी नसीहत
UP Deputy CM: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई। इस दौरान सरकार और संगठन को लेकर बातचीत हुई। आपको बता दें कि डिप्टी सीएम केशव और सीएम योगी के बीच अनबन की खबरें थीं।
3 दिन में दूसरी मुलाकात
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रात करीब 8 बजे जेपी नड्डा से मिलने बीजेपी ऑफिस पहुंचे थे। केशव की नड्डा से 3 दिन में दूसरी मुलाकात है। वे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के साथ दिल्ली पहुंचे थे। उनके बाद भूपेंद्र चौधरी ने भी जेपी नड्डा से मुलाकात की।
उपचुनाव में जीत पर फोकस
सूत्र बताते हैं कि केशव मौर्य और जेपी नड्डा के बीच यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव और यूपी सरकार के कामकाज पर बात हुई। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व का मानना है कि यूपी में नेताओं की तरफ से बेवजह बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। सरकार और संगठन के तालमेल को लेकर लोगों में गलत संदेश नहीं जाना चाहिए। सभी को मिलकर यूपी विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जीत पर ध्यान लगाना चाहिए। इससे लोकसभा में बिगड़ा माहौल ठीक हो सकेगा।
सीएम योगी से अनबन की खबरें
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 14 जुलाई को बीजेपी की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में शामिल होने लखनऊ आए थे। उस वक्त भी भूपेंद्र चौधरी और केशव मौर्य की जेपी नड्डा से लंबी चर्चा हुई थी। डिप्टी सीएम केशव मौर्य और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच अनबन की खबरें थीं। प्रदेश कार्य समिति की बैठक में केशव ने संगठन को सरकार से बड़ा बताया था। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेपी नड्डा की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार की वजह बताई थी।
केशव मौर्य ने मीटिंग से किया था किनारा
लोकसभा चुनाव रिजल्ट के बाद से डिप्टी सीएम केशव मौर्य कैबिनेट की बैठक में भी नहीं जा रहे हैं। लखनऊ में रहने के बाद भी एक बार भी वे मीटिंग में नहीं गए। पौधरोपण कार्यक्रम को लेकर सीएम योगी की मीटिंग में भी डिप्टी सीएम केशव नदारद रहे थे।
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आखिर क्यों नाराज हैं केशव मौर्य ?
2017 में केशव मौर्य बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष थे। बीजेपी को बंपर जीत मिली, लेकिन कुर्सी योगी आदित्यनाथ को मिल गई। केशव को डिप्टी सीएम के पद से ही संतोष करना पड़ा। इसके बाद से सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बीच मनमुटाव की खबरें आती रहीं। 2022 में केशव अपनी विधानसभा सीट सिराथू से हार गए। पार्टी में कहा गया कि उन्हें साजिश करके हराया गया है। 14 जुलाई को मौर्य ने संगठन को सरकार से बड़ा बताया। अब राजनीतिक गलियारे केशव मौर्य की सीएम योगी से नाराजगी की चर्चा से गर्म हैं।