रीवा। प्रदेश के रीवा जिले में किसान आंदोलन के बीच एक अनोखी शादी देखने को मिली। यहां धरना स्थल पर ही एक जोड़े ने एक-दूसरे को माला पहनाकर सात फेरे लिए। दरअसल शहर की कहरिया मंडी में पिछले 75 दिनों से किसान तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच संयुक्त किसान मोर्चा के कोषाध्यक्ष और मध्य प्रदेश किसान सभा के महासचिव रामजीत सिंह ने अपने बेटे सचिन सिंह की शादी आंदोलन स्थल पर ही करा दी।
आंदोलन स्थल पर ही विवाह की सारी रस्में धरना स्थल पर ही पूरी की गई। रामजीत सिंह के बेटे सचिन की शादी छिरहटा के रहने वाले विष्णुकांत सिंह की बेटी आसमा के साथ हुई है। नवविवाहित इस जोड़े ने आंदोलन स्थल पर ही संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले संविधान की शपथ ली और साथ ही तीन कृषि कानूनों का विरोध भी किया। इस शादी के माध्यम से किसानों ने सरकार को मैसेज देने का प्रयास किया है, कि अगर कानून वापस नहीं हुआ तो किसान सभी कार्यक्रम धरना स्थल पर ही करेंगे।
कानून वापस ले सरकार…
लड़के के पिता रामजीत सिंह का कहना है कि हम इस आयोजन से सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि बिना बिल वापसी के किसान आंदोलन स्थान से नहीं हटेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आंदोलन के समय किसानों के सभी पारिवारिक कार्यक्रम धरना स्थाल पर ही आयोजित किए जाएंगे। रामजीत सिंह का कहना है कि हम यह भी संदेश देना चाहते हैं कि सरकार से तो लड़ ही रहे हैं, साथ ही कुरीतियों से भी हमें लड़ना है। क्योंकि कुरीतियों से भारतीय समाज का व्यापक नुकसान हो रहा है। हम यह भी संदेश देना चाहते हैं कि संविधान की मंशा अनुरूप सबको अपना मनपसंद हमसफर चुनने की स्वतंत्रता है। वहीं इस विवाह से वर वधु भी प्रसन्न दिखे और उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए कहा की सरकार कृषि बिल वापस ले। बता दें कि तीन कृषि कानूनों का किसान लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। इस बिल को लेकर काफी बवाल भी हुआ था।