नई दिल्ली। आमतौर पर हम मंदिरों में भगवान को लड्डू-पेड़ा, मिठाइयों का भोग लगाते हैं। लेकिन देश में एक मंदिर ऐसा भी है, जहां भगवान को चाइनीज फूड का भोग लगया जाता है। भोग के बाद लोगों को प्रसाद में नूडल्स और चॉप्सी बांटे जाते हैं। दरअसल, मां काली के इस मंदरि में अनूठा प्रसाद चढ़ाने के पीछे एक वजह है।
मंदिर कहां है?
वजह जानने से पहले हम यह जान लेंगे कि यह मंदिर कहां है? देवी मां को भोग में नूडल्स-चॉप्सी चढ़ाए जाने वाला यह मंदिर कोलकाता के टंगरा क्षेत्र (Tangra Area) में है। यह इलाका चाइना टाउन (China Town) के नाम से मशहूर है। यह मंदिर एक गली में है। तिब्बती शैली की इस ऐतिहासिक गली में पुराने कोलकाता और पूर्वी एशिया की खूबसूरत संस्कृति की एक साथ झलक मिलती है।
अगरबत्ती भी चीनी ही जलाई जाती है
दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर में देवी मां को भोग में ही चाइनीज डिशेज नहीं चढ़ाई जाती हैं, बल्कि यहां जलाई जाने वाली अगरबत्तियां भी चीनी ही होती हैं। इस तरह मंदिर के प्रसाद के अलावा यहां फैली खुशबू भी बाकी मंदिरों से अलग होती है। हालांकि इस मंदिर में पूजा-पाठ का काम एक बंगाली पुजारी करते हैं और बुरी आत्माओं को दूर रखने के लिए यहां खास मौकों पर हाथ से बने कागज जलाए जाते हैं।
वजह क्या है?
टंगरा का यह चीनी काली मंदिर (Chinese Kali Temple) लगभग 20 साल पहले चीनी और बंगालियों दोनों लोगों के दान से बनाया गया था। मंदिर बनने से पहले इसी जगह पर पिछले 60 सालों से एक पेड़ के नीचे देवी मां की पूजा केवल हिंदुओं द्वारा ही की जाती थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक कई साल पहले एक चीनी लड़का गंभीर रूप से बीमार हो गया था। 10 साल के इस लड़के पर कोई इलाज काम नहीं कर रहा है, एक दिन उसके माता-पिता ने उसे उसी पेड़ के नीचे लिटा दिया और देवी मां से प्रार्थना की। चमत्कारिक रूप से लड़का ठीक हो गया और इसके बाद से हिंदू समुदाय के साथ-साथ चीनी समुदाय के लिए भी यह मंदिर आस्था का केंद्र बन गया।
इस चमत्कार के बाद मंदिर में चीनी लोगों का आना शुरू हो गया और देवी का भोग भी वे अपनी संसकृति के अनुसार लगाना शुरू किया। चीनी लोगो यहां मां को भोग में नूडल्स, चॉप्सी आदि चढ़ाने लगे।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार की गई है। बंसल न्यूज इनकी पुष्टि नहीं करता है।