भोपाल। राजधानी भोपाल पहुंचे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Minister Narendra Singh Tomar ) ने बड़ा बयान दिया है। मंत्री नरेंद्र सिंह (Narendra Singh Tomar ) तोमर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia ) को लेकर बयान दिया और कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी (BJP ) में ढलने में समय लगेगा। इतना ही नहीं तोमर ने कहा कि व्यक्ति निर्माण में समय लगता है साथ ही सिंधिया का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि सिंधिया बीजेपी की परंपराओं से रूबरू हो रहे हैं और जल्दी ही बीजेपी में समरस हो जाएंगे।
कोविड के प्रोटोकोल का सभी लोग पालन करें
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने चुनावी सभा में कोविड 19 के नियमों के पालन करने को लेकर सख्त हुए न्यायालय पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भाजपा चुनाव आयोग और न्यायालय पर भरोसा करने वाला दल है। चुनाव आयोग ने कोरोना संकमण को लेकर नियमों का पालन करने का जो निदेश है उसका सबको पालन करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव आयोग और न्यायालय में भरोसा करने वाला राजनीतिक दल है। चुनाव आयोग का कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए जो निर्णय है, निश्चित रूप से सभी को नियमों का पालन करना चाहिए। मैं भी आप सब लोगों के माध्यम से सभी से यह आग्रह करना चाहता हूं कि कोरोना वायरस के संकट में कोविड के प्रोटोकोल का सभी लोग पालन करें।
हमारा स्तर नही गिरा
उपचुनाव के दौरान विवादित बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा स्तर नही गिरा है कांग्रेस स्तर गिराने की असफल कोशिश कर रही है। कांग्रेस के पास कहने के लिए कोई उपलब्धि नही है। इसलिए लोगों को ग़ुमराह कर रही है। तोमर ने कहा कि कांग्रेस के पास सवा साल की कोई उपलब्धि नहीं है, कांग्रेस के पास 2003 से पहले 10 साल तक उनकी सरकार रही उसकी कोई उपलब्धि नहीं है। 10 साल तक यूपीए सरकार रही उसकी कोई उपलब्धि नहीं है। खाली दिमाग शैतान का घर होता है इसलिए कांग्रेस कुछ ना कुछ उल्टा बोल कर चुनाव को हल्का करने का प्रयास कर रही है। मैं कांग्रेस को कहना चाहता हूं कि चुनाव में मर्यादाए नहीं तोड़ना चाहिए।
राहुल गांधी दो तरह की बाते करते है
कमलनाथ के विवादित बयान पर बोलते हुए तोमर ने कहा कि राहुल गांधी ने दिल से माफी मांगने के लिए नहीं कहा। राहुल गांधी दो तरह की बाते करते है। अगर सच में राहुल गांधी ने कमलनाथ को माफी मांगने को कहा है तो अगर कमलनाथ राष्ट्रीय नेता की बात नहीं मान रहे हैं तो राहुल गांधी को कमलनाथ पर कार्यवाही करना चाहिए।