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उज्जैन के इंजीनियरिंग छात्रों ने बनाया स्मार्ट डिवाइस: हार्ट अटैक और सड़क हादसों में करेगा कॉल- वीडियो अलर्ट

Heart Attack Alert Device: उज्जैन के इंजीनियरिंग छात्रों ने तीन महीने में एक हाईटेक इमरजेंसी डिवाइस तैयार किया है, जो हार्ट अटैक, सड़क हादसे और छीना-झपटी जैसी घटनाओं में तत्काल सहायता पहुंचाने में मदद करेगा।

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BP Shrivastava
Heart Attack Alert Device

Heart Attack Alert Device: देश में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का मुख्य कारण समय पर इलाज न मिलना है। अक्सर महिलाओं और बुजुर्गों को सड़क पर मदद की आवश्यकता होती है, लेकिन उस समय कोई उनकी सहायता नहीं करता।

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इस समस्या को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के 5 छात्रों ने एक हाईटेक डिवाइस तैयार किया है, जो सभी के लिए फायदेमंद हो सकता है। इस डिवाइस के जरिए कई लोगों को समय पर सहायता मिल सकेगी।

[caption id="attachment_798437" align="alignnone" width="879"]publive-image उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज के 5 छात्रों ने हाईटेक डिवाइस तैयार किया, जो लोगों को इमरजेंसी में मदद करेगा।[/caption]

सिंहस्थ में डिवाइस का होगा खास उपयोग

डिवाइस के निर्माता प्रोफेसर वाय.एस. ठाकुर ने बताया कि यह डिवाइस भीड़-भाड़ वाले स्थानों, जैसे उज्जैन के सिंहस्थ मेले में, बहुत उपयोगी साबित होगी।

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उज्जैन में कुंभ गर्मियों में आयोजित होता है, ऐसे में अगर किसी को गर्मी या किसी अन्य आपात स्थिति में सहायता की आवश्यकता हो, तो वह इस डिवाइस के माध्यम से अपनी लोकेशन के साथ मदद मांग सकता है।

इस डिवाइस से व्यक्ति की लोकेशन तुरंत ट्रैक की जा सकेगी। फिलहाल, यह एक प्रोटोटाइप है, इसलिए इसका आकार बड़ा है, लेकिन भविष्य में इसे मोबाइल ऐप या स्मार्ट वॉच के रूप में विकसित किया जा सकता है।

अगर किसी का ब्लड प्रेशर 78 से ऊपर या 60 से नीचे चला जाता है, तो तुरंत मदद के लिए लाइव वीडियो फीड भी चालू हो जाएगी। इसे साइबर सेल से भी जोड़ा जा सकता है।

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ऐसा आया आइडिया

न्यूजपेपर में एक खबर पढ़ने के बाद हर्ष श्रीवास्तव को एक आइडिया आया। उन्होंने बताया कि आजकल अपराध और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इस तरह की खबरें देखकर उनके मन में यह ख्याल आया कि एक ऐसा डिवाइस बनाया जाए, जो हार्ट अटैक जैसी इमरजेंसी में मदद कर सके।

कई बार सुनसान जगहों पर घटनाएं होती हैं और समय पर मदद न मिलने के कारण लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इसलिए हमें लगा कि ऐसा कुछ बनाना चाहिए, जिससे रिस्पॉन्स टाइम कम हो और जरूरतमंद को तुरंत सहायता मिल सके।

यह डिवाइस उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो अकेले रहते हैं। अगर उनके साथ कोई घटना होती है, तो यह तुरंत अलर्ट भेज सकता है। जैसे कि अगर किसी का ब्लड प्रेशर बहुत बढ़ जाए, हार्ट रेट असामान्य हो जाए या कोई और खतरा हो, तो यह डिवाइस अलर्ट मैसेज भेजेगा कि उन्हें मदद की जरूरत है।

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ऐसे काम करेगा डिवाइस

  • इस डिवाइस में सेंसर, बैटरी, कैमरा, प्रोसेसर, स्पीकर, सर्किट और सिम कार्ड शामिल हैं।
  • यह डिवाइस हार्ट रेट में किसी भी असामान्य बदलाव को तुरंत पहचान लेगा।
  • अगर ब्लड प्रेशर भी सामान्य से बाहर होता है, तो यह पहले से सेव किए गए 100 नंबरों पर अलर्ट मैसेज भेजेगा।
  • अगर मैसेज का कोई जवाब नहीं आता, तो यह एक के बाद एक 100 लोगों को कॉल करेगा, जब तक कोई रिस्पॉन्स न मिले।
  • अगर कॉल पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती, तो डिवाइस ऑटोमैटिक वीडियो कॉल करने की सुविधा भी चालू कर देगा। इसमें दोनों तरफ से बातचीत करने की भी सुविधा है।
  • यह डिवाइस केवल 5 हजार रुपए में उपलब्ध है।

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डिवाइस में पल्स सेंसर और एसओएस बटन

इस डिवाइस में पल्स सेंसर और SOS बटन भी मौजूद हैं। हर्ष श्रीवास्तव ने बताया कि हमने हार्टबीट को मुख्य कंपोनेंट के रूप में चुना है, क्योंकि यह हमारी शारीरिक स्थिति का सबसे सटीक संकेतक है। जब हार्टबीट में कोई असामान्यता होती है, तो सेंसर इसे पहचान लेता है और अलर्ट भेजता है। इसके बाद हमने यह सोचा कि अगर हम खतरे का संदेश भेजें, तो लोकेशन कैसे प्राप्त होगी? इसलिए हमने इसमें GPS और GPRS मॉड्यूल भी जोड़े हैं। इसके अलावा, एक कैमरा मॉड्यूल भी शामिल किया गया है, जो लाइव वीडियो रिकॉर्ड करता है। इस पूरे सिस्टम को संचालित करने के लिए हमने एक सेटअप तैयार किया है, जिसमें बैटरी और कोड इम्प्लीमेंटेशन शामिल हैं। डिवाइस में पल्स सेंसर और SOS बटन भी है, जिसे आपात स्थिति में दबाया जा सकता है। पहले अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा, जिसमें लोकेशन की जानकारी भी होगी। इसके बाद कॉलिंग सिस्टम सक्रिय होगा, जिसमें दो-तरफा संचार की सुविधा होगी।

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