Ujjain Simhastha CM Mohan Yadav: सीएममोहन यादव की अध्यक्षता में सिंहस्थ 2028 की मंत्रि-मंडलीय समिति की दूसरी बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। बैठक में सिंहस्थ के लिए विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। जिसमें मुख्य रूप से इंदौर-उज्जैन में नए बस स्टैंड बनाने के लिए वर्क प्लान मार्च 2025 की समय सीमा तय की गई है।
साथ ही टूरिज्म के लिए कुछ चयनित होटलों को भी अपग्रेड करने का प्लाान है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उज्जैन और इंदौर संभाग सिंहस्थ-2028 के मुख्य केंद्र रहेंगे। 2 ज्योतिर्लिंगों की उपस्थिति से इन क्षेत्रों में श्रद्धालुओं का आवागमन अधिक होगा। सभी संबंधित विभागों को कार्यों की नियमित समीक्षा करने और हर 15 दिन में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
इंदौर उज्जैन में नए बस स्टैंड का प्लान
मुख्यमंत्री ने रेलवे से समन्वय के लिए विशेष सेल बनाने का निर्देश दिया, ताकि श्रद्धालुओं के आवागमन को आसान बनाया जा सके। इसके साथ ही घाटों तक पहुंचने के लिए उपयुक्त मार्गों का विकास और सीवरेज, स्वच्छता और हरियाली पर जोर दिया गया।
उज्जैन और इंदौर जिलों में नवीन बस अड्डों का निर्माण और क्षमता वृद्धि मार्च 2025 तक पूरी करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा जल प्रदाय, सीवरेज और अन्य अधोसंरचनात्मक कार्यों की कार्य योजना को सितंबर 2025 तक अंतिम रूप देने को कहा गया।
आस पास के शहरों के होटल किए जाएंगे अपग्रेड
महेश्वर में नर्मदा रिसोर्ट और ओंकारेश्वर में नए होटल का निर्माण होगा, जबकि मंदसौर में पर्यटन सुविधा केंद्र का विकास किया जाएगा। मंत्रि-मंडलीय समिति ने पर्यटन विभाग के तहत उज्जैन के होटल महाराजबाड़ा द हेरिटेज, ग्रांड होटल, क्षिप्रा रेसीडेंसी और होटल उज्जैयिनी को अपग्रेड करने की मंजूरी दी है। साथ ही, मंदसौर में पर्यटन सुविधा केंद्र को बेहतर बनाने और ओंकारेश्वर सर्किट के अंतर्गत इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर और महेश्वर में यात्री सुविधाओं को उन्नत करने की स्वीकृति दी।
महेश्वर में नर्मदा रिसोर्ट, चोरल में रिसोर्ट, ओंकारेश्वर में नया होटल और उज्जैन के होटल अवंतिका के उन्नयन की योजना को भी मंजूरी मिली। संस्कृति विभाग के अंतर्गत, इंदौर के लाल बाग पैलेस परिसर और राजबाड़ा के दरबार हॉल के विकास और अनुरक्षण, ओंकारेश्वर के ममलेश्वर मंदिर परिसर के विकास और वीर दुर्गादास जी की उज्जैन स्थित छतरी के उन्नयन को स्वीकृति प्रदान की गई है।
प्रयागराज महाकुंभ के मैनेजमेंट सिस्टम से लेंगे सीख
बैठक में सीएम ने निर्देश दिए कि प्रयागराज और हरिद्वार कुंभ में उपयोग किए गए क्रॉउड मैनेजमेंट, ड्रोन सर्वे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों का सिंहस्थ-2028 में उपयोग करें। उज्जैन में इन नवाचारों के लिए सम्मेलन आयोजित किया जाए और इन व्यवस्थाओं को लागू किया जाए।
महाकाल लोक कॉरिडोर के विकास और क्षिप्रा नदी में निरंतर जल प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए योजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई। नदी पर बैराज निर्माण और घाटों के विकास कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए गए।
धार्मिक स्थलों और पर्यटन के लिए विशेष योजनाएं
महेश्वर में नर्मदा रिसॉर्ट, ओंकारेश्वर में होटल, और मंदसौर में पर्यटन सुविधा केंद्र विकसित किए जाएंगे। इंदौर के लाल बाग पैलेस और राजवाड़ा के अनुरक्षण और ओंकारेश्वर स्थित ममलेश्वर मंदिर परिसर का विकास भी स्वीकृत हुआ।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सिंहस्थ को सनातन परंपरा को जीवंत करने का उत्सव बताया। उन्होंने इंदौर, उज्जैन और देवास क्षेत्रों में समन्वित विकास योजनाओं को लागू करने पर जोर दिया।
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56 नई परियोजनाओं को मिली मंजूरी
गृह, पर्यटन, संस्कृति और नगरीय विकास विभाग की 1,451 करोड़ रुपये की लागत की 56 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। इनमें थानों, पुलिस आवासों और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण कार्य शामिल हैं। बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह समेत अन्य मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया।
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