Ujjain Rudrasagar Bridge: बाबा महाकाल के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। अब महाकालेश्वर मंदिर में जल्द दर्शन करने जा पाएंगे। दरअसल, महाकाल महालोक से हरसिद्धि मंदिर तक के ब्रिज निर्माण का काम आखिरी स्तर है।
स्टोन क्लैडिंग और फ्लोरिंग का काम तेजी से चल रहा है। अब महादेव के भक्तों को हरसिद्धि मंदिर चौराहे से बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होकर महाकाल लोक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ब्रिज बनने से सीधे मंदिर पहुंच जाया करेंगे।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि 15 जनवरी तक ब्रिज का काम पूरा होगा। स्मार्ट सिटी योजना के तहत रुद्रसागर पर 265 फीट लंबा ब्रिज तैयार हो रहा है। इससे चारधाम मंदिर के सामने गणेश नगर स्कूल से महाकाल लोक पहुंचेंगे।25 करोड़ रुपये की लागत से तैयार रूद्रसागर ब्रिज को 26 जनवरी से खोलने की तैयारी है।
रुद्रसागर ब्रिज की खासियत
- ब्रिज की चौड़ाई 23 फीट है। इसे गोलाई में 62 फीट चौड़ा रखा गया है, ताकि श्रद्धालु यहां से महाकाल लोक को देख सकें।
- ब्रिज का काम 2022 में शुरू हुआ था। हालांकि योजना में बदलाव के बाद इंजीनियरिंग ड्राइंग और डिजाइन नया बनाया गया।
- पिछले साल तीन बार काम पूरा करने की डेडलाइन तय की गई थी, लेकिन कार्य पूरा नहीं हुआ।
- काम जल्द पूरा कराने के लिए डिजिटल घड़ी भी लगाई गई है।
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भस्मआरती के लिए शाम 7 बजे से मिलेंगे फॉर्म
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में भस्मआरती के नियम में बदलाव किया गया है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक अनुकूल जैन ने भस्मआरती के ऑफलाइन फॉर्म लेने और जमा करने का समय बदला है।
नंदी गेट के पास फॉर्म मिला करेगा। यह काउंटर रात 7 बजे से खुलेगा और रात 9 बजे तक फॉर्म बांटे जाएंगे। अगले दिन सुबह 8-9 बजे के बीच फॉर्म जमा कर सकते हैं। इसका कोट 300 रुपये है।
भस्मआरती के लिए बड़ी संख्या में लोग आते हैं। उनकी सुविधा के लिए मंदिर समिति ने ऑनलाइन व्यवस्था भी की है। इसके जरिए महाकाल मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते हैं।
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उज्जैन महाकाल में पैसे लेकर अवैध तरीके से दर्शन कराने का मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में गड़बड़ी रोकने के लिए धर्मस्व विभाग और प्रशासन द्वारा बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। अब मंदिर में गुप्त एवं सार्वजनिक दान के लिए क्यूआर कोड लगाए जाएंगे, ताकि कोई घोटाला न कर पाए। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
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