Ujjain Mahashivratri 2021 : महाशिव रात्रि पर्व उज्जैन में इस बार श्रद्धालु की संख्या रहेगी कम, सिर्फ इतने हजार लोगों को मिलेगी एंट्री

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के कुछ मामलों के सामने आने पर मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से महाराष्ट्र सीमावर्ती जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के निर्देश दिए। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि कहीं पड़ोसी राज्य से आने-जाने वालों की वजह से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में समस्या का विस्तार न हो, इस आशंका को निर्मूल किया जाए। फेस मास्क, सैनिटाइजर के उपयोग और बड़े मेलों और जलसों के आयोजन पर नियंत्रण का कार्य भी किया जाए।
सीमित संख्या में हों कार्यक्रम
बैठक में बताया गया कि उज्जैन Ujjain Mahashivratri 2021 में महाशिव रात्रि पर्व पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु आमतौर पर जुड़ते हैं, जिनकी इस वर्ष अनुमानित संख्या 20 से 25 हजार ही होगी। अन्य स्थानों पर भी धार्मिक आयोजनों में नागरिकों की संख्या सीमित रखने और बड़े आयोजन संपादित न करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीमावर्ती जिलों की चिंता
मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में इस सप्ताह सामने आए कोरोना के कुछ प्रकरणों की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक सावधानियाँ बरतने के निर्देश वीडियो कांफ्रेंस द्वारा संबंधित कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों और संभागों के लिए अधिकृत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से भी चर्चा कर जानकारी प्राप्त की।
कोरोना की वर्तमान स्थिति
बैठक में बताया गया कि देश में 13 हजार 123 और मध्यप्रदेश में 293 केस रिकवर हुए हैं। अस्पतालों के अधिकांश ऑक्सीजन और आईसीयू बेड खाली हैं। जो रोगी पॉजिटिव पाए गए हैं, उनमें करीब दो तिहाई घर पर ही उपचार लाभ ले रहे हैं। दाखिल होने वाले रोगियों की संख्या निरंतर कम हुई है। मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट 97.4 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय प्रतिशत 97.1 से अधिक है। प्रदेश में प्रति 10 लाख 68 हजार 305 टेस्ट किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों में भी कुछ प्रकरण सामने आए हैं। इनमें बैतूल और छिंदवाड़ा में आज 14 -14 प्रकरण मिले हैं। बुरहानपुर में 8 प्रकरण मिले हैं। झाबुआ में 4, बड़वानी और खंडवा में 3-3 प्रकरण मिले हैं।
मध्यप्रदेश आगे है वैक्सीनेशन में
बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संपादित हो रहा है। प्रदेश में 3 लाख 56 हजार 812 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रथम डोज दिया जा चुका है। इसी तरह एक लाख 94 हजार 921 कार्यकर्ताओं को दूसरा डोज दिया जा चुका है। प्रदेश के 2 लाख 99 हजार 965 फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रथम डोज दिया जा चुका है। 45 से 59 वर्ष के विभिन्न व्याधियों से ग्रस्त 3,696 व्यक्तियों को वैक्सिन लगाई जा चुकी है, जबकि प्राथमिकता आयु समूह के 60 वर्ष से अधिक के 38 हजार 270 नागरिकों को वेक्सीन लगाई जा चुकी है।