उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल की भस्मारती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब कॉल आएगा। उनसे पूछा जाएगा कि अनुभव कैसा रहा। इस व्यवस्था के तहत मंदिर में बाबा की भस्मारती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए होने वाली परेशानियों को दूर किया जाएगा। श्रद्धालुओं से मिलने वाले फीडबैग से व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा। ताकि भविष्य में भस्मारती में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए किसी प्रकार की परेशानी न हो। यहां बता दें कि उज्जैन में बाबा महाकाल की भस्मारती में शामिल होने के लिए पहुंचने वाले कई श्रद्धालुओं द्वारा पुलिस से अव्यवस्थाओं की शिकायत की गई थी। जिसके बाद मंदिर प्रबंधन ने भक्तों को होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए इस व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है। फिल्हाल उज्जैन में बाबा महाकाल के मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से भस्म में शामिल होने के लिए भक्तों के लिए टिकट लेना पड़ता है। जिसके तहत भक्तों को भस्मारती में शामिल होने के लिए परमिशन दी जाती है। लेकिन इसी बीच कई श्रद्धालुओं से ठगी की जाती है। जिससे यहां दर्शन करने और भस्मारती में शामिल होने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए मंदिर समिति द्वारा यह नई व्यवस्था किए जाने का फैसला लिया गया है। फिलहाल यहां श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती में शामिल होने ऑफ लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके परमिशन दी जाती है।
इससे पहले यह शुरु हुई थी व्यवस्था
यहां बता दें कि इससे पहले यहां श्रद्धालुओं के लिए एक और सुविधा की शुरू की गई थी। जिसके तहत सप्ताह के 3 दिनों को छोड़कर मंगलवार से शुक्रवार तक गर्भगृह में निशुल्क बाबा के दर्शन करने की व्यवस्था शुरू की गई थी। श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने बैठक में यह फैसला लिया था। जिसके तहत शनिवार, रविवार और सोमवार को छोड़कर सप्ताह के 4 दिनों तक मंदिर में भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा। पहले 1500 रुपए की टिकट पर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता था। अब भस्मारती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं से फीडबैग लेने की व्यवस्था शुरू की गई है। जिसके तहत भक्तों से भस्म आरती का अनुभव, परमिशन मिलने से संबंधित जानकारी और शुल्क सहित अन्य जानकारी ली जाएगी।