UJJAIN: महाकाल की नगरी उज्जैन में(Ujjain river death) भगवान के दर्शन करने आये छात्र की दुखद मौत हो गई है।बताया जा रहा है कि छात्र दोस्तों के साथ सुबह ट्रेन से उज्जैन पहुंचा। दर्शन करने से पहले शिप्रा नदी में स्नान करने शिप्रा नदी के रामघाट पर पंहुचा। यहां वह गहरे में पानी में चला गया जिससे उसकी डूबने से मौत हो गई।
भोपाल का है मृतक
मृतक भोपाल अशोका गार्डन निवासी हेमंत शर्मा बताया जा रहा है जिसकी उम्र 22 वर्ष है।वह अपने 4 दोस्तों निखिल , सतीश , अनिल और पारस के साथ रात 3 बजे उज्जैन पहुंचा तड़के सुबह सभी दर्शन करने से पहले रामघाट पर स्नान करने पहुंच गए। सभी शिप्रा नदी(Ujjain river death) में स्नान कर ही रहे थे की निखिल और हेमंत गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। निखिल को तो उसके साथियों ने बचा लिया लेकिन हेमंत को नहीं बचाया जा सका। और डूबने से उसकी मौत हो गई। इस दौरान हेमंत को बचाने के लिए उसके साथियों कई लोगो को आवाज लगाई लेकिन उस वक़्त कोई भी तैराक मौजूद नहीं था। बाद में उसकी लाश को निकाला जा सका।
पांच माह में 23 की डूबने से मौत
उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए आए हुए भक्तों की मौत का चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है।जिसमें पता चला की बीते पांच माह में 24 लोगो की डूबने(Ujjain river death) से मौत हुई है। और ये सभी शिप्रा नदी में डुबे है।ऐसे में उज्जैन प्रशासने के उपर सवाल खड़ा होता है कि शिप्रा नदी में तैराक दल मौजूद होने के बाद भी लोग कैसे डूब जाते हैं।
संकेतक नहीं और कुछ की जान , लापरवाही में गई
शिप्रा नदी में संकेतक नहीं होने से कई लोगो को गहराई का पता नहीं होता जिसके चलते कई बार वे गहरे पानी में चले जाते है। कई श्रद्धालु ऐसे भी रहे जिन्होंने शिप्रा नदी(Ujjain river death) में स्नान को खेल समझा और गलतियां की और मौत के मुँह में समा गए।