जबलपुर। प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना के कारण हाहाकार मचा है। प्रदेश में रोजाना हजारों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं दर्जनों लोग रोजाना कोरोना संक्रमण का शिकार होकर दम तोड़ने को मजबूर हैं। सरकार और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी संक्रमण की रफ्तार में कमी नहीं आ पा रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने की घोषणा की थी।
हालांकि मप्र में 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने का अभियान आज से शुरू नहीं हो पा रहा है। इसकी जानकारी शिवराज सिंह ने दी थी। सिंह ने कहा था कि प्रदेश में वैक्सीन डोज की कमी के चलते यह अभियान 1 मई से शुरू नहीं हो पाएगा। अब इसी के बीच प्रदेश के नरसिंहपुर और करेली के पास एक कोवैक्सीन से लदा ट्रक लावारिश हालत में खड़ा मिला। इतना ही नहीं यह ट्रक चालू हालत में था। हालांकि इस ट्रक का ड्राइवर भी नदारद था।
10 घंटे तक खड़ा रहा ट्रक
जानकारी के मुताबिक यह ट्रक 10 घंटे तक वहीं खड़ा रहा। इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को मिली तो हड़कंप मच गया। जानकारी के मुताबिक करेली के मध्य से गुजरे ओल्ड एनएच-26 पर बस स्टैंड के पास ट्रक (टीएन06क्यू6482) वहां के स्थानीय लोगों ने देखा। यह ट्रक चालू हालत में था। लोगों को लंबे समय तक इसका ड्राइवर नहीं देखा तो पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो जानकारी मिली कि ट्रक से कोरोना की एंटी डॉट को-वैक्सीन ट्रांसपोर्ट हो रही थी।
ट्रक के ड्राइवर का नाम विवेक मिश्रा है। वह मौके से गायब मिला और उसका मोबाइस पास में ही झाड़ियों से मिला। पुलिस को ड्राइवर के मोबाइल में 122 मिस्ड कॉल भी मिले। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दस्तवाजों की जांच के बाद पता चला है कि 364 बॉक्स को-वैक्सीन से भरा ट्रक हैदराबाद से करनाल जा रहा था। ट्रक में सिर्फ ड्राइवर था। कंपनी के अधिकारियों का ड्राइवर से संपर्क टूट गया था। जीपीएस लोकेशन भी ठीक से नहीं मिल पा रही थी। पुलिस को ड्राइवर का चालू हालत में मोबाइल मिला है। आगे भी मामले की जांच की जा रही है। इस ट्रक में कोवैक्सीन के 2.40 लाख डोज भरे हैं जिसकी कीमत 8 करोड़ रुपए के लगभग है।