इंदौर। कोरोना महामारी का दंश झेल रहे मरीजों के लिए एक के एक समस्याएं सामने आ रही हैं। अब कोरोना के इलाज में काम आने वाले एक और इंजेक्शन की कमी बाजार में देखने को मिल रही है। पहले से ही रेमडेसिविर की किल्लत झेल रहे कोरोना मरीजों के इलाज में काम आने वाला टोसीलीजुमेब (टोसी) भी बाजार से गायब हो गया है। इंदौर समेत प्रदेशभर में इसकी आपूर्ति पूरी तरह से थम गई है। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर्स द्वारा इस इंजेक्शन को लिखा जा रहा है। वहीं इसकी आपूर्ति बाजार में नहीं हो पा रही है। जिसके चलते इसकी मांग बढ़ गई है। वहीं मरीजों के परिजन मेडिकल्स के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें यह इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है।
साथ ही इस इंजेक्शन के विकल्प के तौर पर लिखे जा रहे एक अन्य इंजेक्शन आइटोलीजुमेब पर भी दबाव बढ़ रहा है। इसी तरह अगर आगे भी यही स्थिति रही तो इस इंजेक्शन भी आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है। टोसी नाम का यह इंजेक्शन 3-4 दिन पहले तक बाजार में आसानी से उपलब्ध था और इसकी कीमत 32 से 40 हजार रुपए की थी। रेमडेसिविर इंजेक्शन के बाद मरीजों के पर्चे पर इस इंजेक्शन को लिखा जा रहा था। इसके बाद इसकी भी बाजार में धीरे-धीरे मांग बढ़ने लगी और यह अब यह बाजार से पूरी तरह गायब हो गया। अब बाजार में यह कहीं नहीं मिल रहा है। बता दें कि प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए इलाज का भी संकट बढ़ गया है।
बढ़ते मरीजों की संख्या से सरकार की उड़ी नींद…
लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार की नींद उड़ा रखी है। प्रदेशभर से रोजाना हजारों की संख्या में नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। राजधानी भोपाल में भी कोरोना का कहर जमकर देखने को मिल रहा है। सोमवार को यहां रिकॉर्ड 1456 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। एक दिन में 44 प्रतिशत की बृद्धि देखने को मिली है। इससे पहले रविवार को भोपाल में 824 नए केस सामने आए थे। राजधानी में रविवार को तीन मरीजों की मौत हुई थी। वहीं सोमवार को मौत का आंकड़ा तीन से बढ़कर पांच हो गया है।
सोमवार को पांच मरीजों ने संक्रमण से दम तोड़ दिया है। बता दें कि सोमवार को पहली बार 5200 लोगों के कोरोना सैंपल लिए गए थे। इनमें से 1456 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पिछले सोमवार को 618 केस आए थे। यानी 7 दिन में 42% की वृद्धि यानी 838 संक्रमित ज्यादा मिले हैं, जबकि 7 दिन में कुल 5770 संक्रमित मिले।